चित्तौड़गढ़.कोरोना संक्रमण के इस दौर में कई लोगों ने आपदा में कमाने के अवसर तलाशें है. वहीं लायंस क्लब की ओर से इस संकट के समय में चित्तौड़गढ़ में अपने घरों में आइसोलेट रहे मरीजों और उनके परिजनों के विपरीत परिस्थितियों में सेवा कार्य करते हुए भोजन के पैकेट वितरित किये हैं. चित्तौड़गढ़ शहरी क्षेत्र में चली लॉयन्स थाली में 35 दिनों में 13 हजार से अधिक खाने के पैकेट कोरोना संक्रमितों के घर-घर पहुंचाए गए.
जानकारी के अनुसार कोरोना महामारी के बीच चित्तौड़गढ़ में जिला प्रशासन की ओर से पॉजिटिव आए लोगों को उनकी अवस्था के हिसाब से उपचार के लिए अलग-अलग स्थानों पर रखा गया था. इसमें अति गंभीर मरीजों को जिला राजकीय चिकित्सालय के विभिन्न वार्डों सहित अन्य अस्थाई उपचार केंद्रों पर उपचार के लिए रखा गया था. वहीं कुछ लोगों को अपने घरों में ही आइसोलेशन के लिए रखा गया था. इनके लिए लायंस क्लब की ओर से 20 अप्रैल से भोजन के पैकेट पहुंचाने का कार्य शुरू किया था और लगभग 35 दिनों की इस सराहनीय कार्य का सोमवार को समापन कर दिया.
इसकी जानकारी देते हुए लायंस क्लब के अध्यक्ष अशोक सोनी ने बताया कि 19 अप्रैल को लायंस क्लब के कुछ सदस्यों ने मिल कर इस कोरोना काल में आमजन हितार्थ सेवा करने का मन बनाया. अगले ही दिन भोजन के पैकेट बना कर होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों को पहुंचाने का काम शुरू किया. पहले दिन 30 पैकेट पहुंचाने के बाद लगातार इसमें वृद्धि देखने को मिली और अधिकतम 300 पैकेट प्रतिदिन के हिसाब से पहुंचाए गए.
एसएन बंसल ने बताया कि लायंस क्लब सदैव मदद के लिए तत्पर रहा है. कोरोना जैसी महामारी के बीच आमजन की मदद के लिए पिछले 35 दिनों में लगभग 13000 से अधिक भोजन के पैकेट घर-घर पहुंचाए गए हैं और आने वाले समय में भी अगर इस तरह की विपत्ति आती है तो लायंस क्लब हमेशा तैयार है. इधर, लॉयंस थाली का समापन सोमवार को हुआ.