चित्तौड़गढ़.शहर में भी कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर का खतरा लगातार बढ़ रहा है. रोजाना रोगियों की संख्या बढ़ती जा रही है, लेकिन सरकारी गाइडलाइन को लेकर नेता अभी भी अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे. मंगलवार शाम कलेक्टर, एसपी के शहर भ्रमण के दौरान जब एक व्यापारी के चालान काटने की कार्रवाई की गई, तो नेताजी बीच में टपक पड़े. यहां तक कि वे जिला कलेक्टर से उलझने से भी बाज नहीं आए. हालांकि, पुलिस जाब्ता देखकर बाद में नेताजी वहां से खिसक गए.
कोरोना प्रोटोकॉल तोड़ने पर चालान किया तो कलेक्टर से उलझ पड़े नेताजी... बता दें कि शहर भ्रमण के अंतिम चरण में पुलिस और प्रशासन का लवाजमा राणा सांगा मार्केट से गुजर रहा था, तो एक ज्वेलर्स में खरीदार तो ठीक, खुद मालिक और उसके कर्मचारियों को बिना मास्क के देखकर अधिकारी भी हतप्रभ रह गए. क्योंकि, जिला प्रशासन लगातार व्यापारियों से मास्क लगाने सहित गाइडलाइन की पालना का प्रचार प्रसार करवा रहा है. इसके बावजूद ज्वेलर व्यवसाई लापरवाही बरतने रहे हैं, इस पर जिला कलेक्टर के निर्देश पर कोतवाली थाना प्रभारी तुलसीराम प्रजापत दुकान में पहुंच गए और दुकान मालिक और उसके पुत्र सहित चार जनों के चालान काटे गए.
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पुलिस प्रशासन यह कार्रवाई कर रहा था कि अचानक दुकान से एक सफेदपोश व्यक्ति निकले और कलेक्टर से बहस करने पर उतारू हो गए. यह देख कर मौके पर मौजूद प्रशासनिक अधिकारियों के साथ अन्य व्यापारी भी स्तब्ध रह गए. नेता जी ने चालान की कार्रवाई पर सवाल उठाते हुए कहा कि आखिर अचानक कार्रवाई किस प्रकार की जा सकती है? इसके लिए व्यापारियों को मौका दिया जाना चाहिए था. हालांकि, यह सुनकर पुलिसकर्मी भी तैश में आ गए. परंतु जिला कलेक्टर ने मामला संभालते हुए व्यापारी के खिलाफ कार्रवाई को लेकर कहा कि यह कार्रवाई करने वाले उनके प्रतिनिधि के तौर पर दुकान में गए और इस मामले में अब कुछ नहीं हो सकता. जब मामला गंभीर होते दिखा तो नेताजी तुरंत ही वहां से खिसक लिए. हालांकि, बाद में यह घटना भी चर्चा का विषय बन गई. पुलिस अधीक्षक दीपक भार्गव ने कहा कि फिलहाल संदेश का दौर चल रहा है लेकिन यदि इसके बाद भी कोई सरकारी गाइडलाइन की पालना नहीं कर रहा है तो चालान काटने की कार्रवाई होगी और जरूरत पड़ने पर पुलिस और भी सख्ती बरतेगी.