चित्तौड़गढ़.डॉग बताने के बहाने अपहृत किए गए युवक को चित्तौड़गढ़ की पुलिस टीम ने हरियाणा से मुक्त करा लिया और दो अपहरणकर्ताओं को धर दबोचा. पुलिस अपहृत युवक सहित दोनों ही अपहर्ताओं को सोमवार को चित्तौड़गढ़ ले आई (Kidnapped youth freed by Chittorgarh police) है. पूछताछ में सामने आया कि अपहृत युवक ने आरोपियों से जुड़े एक बाबा को मिलावटी अफीम थमा दी थी. इसी का बदला लेने के लिए उन्होंने प्लानिंग कर युवक को डॉग का झांसा देकर अलवर बुलाया और वहां से उसे एक थार जीप में बिठाकर हरियाणा ले गए. आरोपियों ने उसके मोबाइल से चैट पर परिजनों से करीब 1 करोड़ रुपए की फिरौती मांगी.
जिला पुलिस अधीक्षक राजन दुष्यंत ने बताया कि गत 20 अगस्त को खारखंदा निवासी आशा देवी जाट ने पति मिट्ठू लाल को बंधक बनाकर 1 करोड़ रुपए की फिरौती मांगने संबंधी रिपोर्ट गंगरार पुलिस थाने में दी थी. उसने अपनी रिपोर्ट में परिचित पुष्पेंद्र सिंह नाम के व्यक्ति के मिट्ठू लाल को बुलाए जाने का भी उल्लेख किया. मामले की गंभीरता को देखते हुए बेगू थाना प्रभारी शिवलाल मीणा को टीम के साथ रवाना किया. पुलिस टीम ने मतानहैल चौकी पुलिस की मदद से आरोपी भारत जाट के मकान को घेरा और मिट्ठू लाल को छुड़ा लिया. आरोपी भारत जाट पुलिस के पहुंचने की सूचना पर वहां से भाग निकला. इसे तीन-चार किलोमीटर पीछा कर गिरफ्तार कर लिया गया. वहीं, अलवर निवासी पुष्पेंद्र सिंह यादव को नारनौल से दबोच लिया गया.
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