डॉ. शंकर लाल जाट ने क्या कहा, सुनिए... चित्तौड़गढ़. कृषि विभाग चित्तौड़गढ़ जिले के किसानों को सब्जी उत्पादन के मामले में आत्मनिर्भर करने की दिशा में कदम बढ़ा चुका है. विभाग द्वारा अलग-अलग सब्जियों के हाइब्रिड किस्म के बीज किसानों को उपलब्ध कराए जा रहे हैं. अगले एक से डेढ़ महीने के भीतर सब्जियों का प्रोडक्शन शुरू होने की उम्मीद है. इससे न केवल किसान सब्जी की खरीद-फरोख्त से मुक्त होंगे, बल्कि सब्जियों की कीमतों पर लगाम लगेगी.
राज्य सरकार की बजट घोषणा के अनुसार विभाग द्वारा किसानों को परम्परागत फसलों के साथ ही सब्जी उत्पादन के लिए प्रेरित किया जा रहा है. इसका मुख्य मकसद किसानों को परिवार की जरूरतें पूरी करने लायक सब्जियों का उत्पादन है. इसके तहत करीब 23500 किसानों को उच्च किस्म के सब्जी बीज मिनी और कॉम्बो किट के रूप में उपलब्ध कराए जा रहे हैं. राजस्थान उद्यानिकी विकास मिशन के अंतर्गत पहली बार जिले के कृषकों को सब्जियों के बीज मिनी किटों के निशुल्क वितरण का प्लान तैयार किया गया.
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एकल मिनी किट में चार सब्जियों के बीज : एकल सब्जी मिनिकिट में टमाटर, मिर्च, भिंडी तथा लौकी के 3500 मिनी किट एवं कॉम्बो किट के तहत 20 हजार मिनी किटों का वितरण होगा. उप निदेशक उद्यान डॉ. शंकर लाल जाट ने बताया कि एकल सब्जी मिनी किट में 500 वर्गमीटर क्षेत्रफल के लिए टमाटर का 10 ग्राम, मिर्च 20 ग्राम, भिंडी 500 ग्राम तथा लौकी का 250 ग्राम बीज होगा. 100 वर्गमीटर क्षेत्र में कॉम्बो किट के तहत टिंडा 10 ग्राम, भिंडी 20 ग्राम, मिर्च 1 ग्राम, ग्वार 30 ग्राम तथा लौकी के 10 ग्राम बीज को शामिल किया गया.
मटर उत्पादन में भी मिली सफलता : इससे पूर्व भी रबी 2022-23 में जिला कलेक्टर कि निर्देशन में डीएमएफटी योजना के तहत पायलट प्रोजेक्ट के रूप में मटर सब्जी उत्पादन कार्यक्रय चलाया गया था, जिसको किसानों ने काफी सराहा एवं इसका अच्छा परिणाम मिला.
अब तक 18 हजार किसानों का रजिस्ट्रेशन : उपनिदेशक डॉ. जाट के अनुसार इस योजना को किसानों का अच्छा सपोर्ट मिला है. हमारा लक्ष्य 23500 किट वितरण का था. अब तक 18 हजार किसानों ने ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराया है. उसी के अनुरूप अधिकांश किसानों को किट उपलब्ध करा दिए गए हैं.