चित्तौड़गढ़.जिले के निम्बाहेड़ा सदर थाना क्षेत्र के धनोरा गांव में मिले जले हुए शव की शिनाख्त आवरीमाता निवासी इशाक के रूप में हुई है. इसके शरीर पर कूबड़ था, जिससे परिजनों ने शिनाख्त कर ली. ये युवक भदेसर थाना क्षेत्र का रहने वाला है और पिछले 8 दिसम्बर से लापता था. इसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट भी थाने में दर्ज कराई गई थी. शव को निम्बाहेड़ा चिकित्सालय लाया गया जहां पोस्टमार्टम की कार्रवाई हुई.
जानकारी के अनुसार चित्तौड़गढ़ जिले के निंबाहेड़ा सदर थाना अंतर्गत धनोरा गांव के जंगल में जला हुआ शव मिला था. यहां गड्ढे में शव डाल कर जलाया गया था. शनिवार की सुबह इस क्षेत्र में आए लोगों ने शव देखा तो लोग सकते में आ गए.
जिसके बाद निंबाहेड़ा पुलिस उप अधीक्षक जगराम मीणा, सदर थानाधिकारी फूलचंद टेलर मय जाप्ता के मौके पर पहुंचे और घटना की जानकारी ली. उदयपुर से एफएसएल और जिला मुख्यालय से एमओबी की टीम मौके पर पहुंची और साक्ष्य जुटाए. एफएसएल टीम ने शव को उल्टा किया तो इसकी पीठ पर कूबड़ नजर आया, जिससे इसके शव की पहचान भदेसर थाना क्षेत्र के आसावरा माताजी निवासी इशाक पुत्र शमसुद्दीन मंसूरी के रूप में हुई.
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पुलिस उप अधीक्षक जगराम मीणा ने बताया कि शव करीब 90 प्रतिशत से अधिक जल चुका था. ऐसे में उसकी शिनाख्त काफी मुश्किल से हुई. उन्होंने बताया कि इशाक पिछले 8 दिसम्बर से लापता था. वह आसावरा माताजी में साइकिल की दुकान चलाता था. 8 दिसम्बर को दोपहर बाद उसे नहीं देखा गया था. उसका मोबाइल भी बंद आ रहा था.