चित्तौड़गढ़. जिले में इन दिनों मानसून की औसत बारिश भी नहीं हुई है. किसानों के साथ ही आम आदमी भी बादलों की ओर देख रहे हैं, लेकिन फिर भी भगवान इंद्रदेव नहीं पसीज रहे हैं. अच्छी बारिश के इंद्रदेव को मनाने को लेकर जिले में नाना प्रकार के जतन शुरू हो गए हैं. कोई यज्ञ हवन कर रहा है, तो कोई बंदरों को केले खिला कर हवन में आहुतियां दे रहा है, जिससे जिले और प्रदेश में अच्छी बारिश हो जाए और सभी को राहत मिले.
शहर में खरड़िया महादेव मंदिर पर सोमवार के अवसर पर अच्छी वर्षा की कामना को लेकर अभिषेक किया गया है. वहीं हजारेश्वर महादेव मंदिर में भी अच्छी बारिशा की कामना को लेकर आहुतियां दी गई है. साथ ही एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं ने कालिका माता मंदिर में हवन किया और बंदरों को केले खिला कर अच्छी बारिश की कामना की है. जानकारी के अनुसार चित्तौड़गढ़ जिले में अभी तक श्रावण मास के 21 दिन बीत जाने के बाद भी मानसूनी बारिश का दौर शुरू नहीं हुआ है, जिसके कारण अब चिंताओं की लकीरें हर किसी के माथे पर साफ देखी जा सकती है.
बारिश नहीं होने से फसलें अब सूखने के कगार पर हैं और अगली फसल की भी चिंता है. इसलिए अच्छी बारिश की कामना को लेकर अब हवन और पूजा का दौर शुरू हो गया है. श्रावण मास के चौथे सोमवार के अवसर पर चित्तौड़गढ़ के प्रमुख शिव मंदिरों में सवेरे से ही भगवान भोले शंकर की पूजा अर्चना और अभिषेक हुए. शहर में प्रताप सेतु मार्ग स्थित प्राचीन खरदेश्वर महादेव मंदिर में श्रद्धालुओं ने दूध, दही, घी, शक्कर, शहद और पंचामृत बना कर भगवान भोले शंकर का अभिषेक किया है. बेल पत्र, पुष्प और चढ़ा कर अच्छी बारिश की कामना की गई है.