बांसवाड़ा/चित्तौड़गढ़.पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे अपने तय कार्यक्रम से करीब दो घंटे देरी से बांसवाड़ा शहर में शाम करीब 6:00 बजे पहुंची. इससे पहले तलवाड़ा हवाई पट्टी पर उनका जबरदस्त स्वागत और सम्मान हुआ. उन्हें थाली तलाई में भी जबरदस्त भीड़ मिली.
बांसवाड़ा शहर में वसुंधरा राजे पूर्व मंत्री भवानी जोशी के घर शोक संवेदना व्यक्त करने गई तो पूर्व मंत्री धन सिंह रावत के घर उन्होंने चाय पी. दोनों ही जगहों पर वसुंधरा राजे को देखने भीड़ उमड़ पड़ी. धन सिंह रावत के घर के दरवाजे ही बंद करने पड़े.
पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का दो दिवसीय दौरा मंगलवार को दोपहर बाद करीब 3:00 बजे प्रारंभ हुआ. वे सबसे पहले गढ़ी से दिवंगत मंत्री जीतमल खांट के घर गई और उनके परिजनों को सांत्वना दी. जीतमल खांट का कोरोना के चलते इसी वर्ष निधन हो गया था. वहां पर सैकड़ों की संख्या में उनके समर्थक मौजूद थे. इसके बाद वे बांसवाड़ा पहुंची. जहां उनके सम्मान में मयूर मिल से एक रैली निकाली गई. जिसमें 200 से ज्यादा बाइक शामिल थीं. इसके बाद लिंक रोड पर उनका जबरदस्त स्वागत और सम्मान हुआ. बाद में वे पूर्व मंत्री भवानी जोशी के घर गई जहां शोक संवेदना व्यक्त की और पूरे परिवार से मिली.
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पार्षद के तोते देख अभिभूत हुई बोली मुझे जयपुर भिजवाओ
पूर्व मंत्री भवानी जोशी के पार्षद बेटे भरत जोशी को तोते पालने का बहुत शौक है. उनके यहां कई देशी-विदेशी तोते थे, जिन्हें देखकर पूर्व मुख्यमंत्री अभिभूत हो गई. उन्होंने पार्षद भरत जोशी से विदेशी तोतों के बारे में जानकारी ली और कहा कि उन्हें जयपुर में ऐसे तोते भिजवाए जाएं. इसके बाद जोशी के पूरे परिवार से एक-एक कर मिली. इस दौरान उनके घर के बाहर जबरदस्त भीड़ जुटी रही.
पूर्व मंत्री के घर के दरवाजे तक बंद करने पड़े
इसके बाद चाय के लिए पूर्व मुख्यमंत्री बांसवाड़ा विधायक रहे और पूर्व मंत्री धन सिंह रावत के घर गई. यहां पर भी समर्थकों का ऐसा हुजूम था कि उन्हें मुश्किल से घर के अंदर ले जाया गया. एक बार पुलिस को भी स्थिति बिगड़ते लगी तो तत्काल धनसिंह के घर के दरवाजे बंद कर दिए गए. ऐसे में सैकड़ों की संख्या में लोग अंधेरे और ठंड होने के बावजूद घर के बाहर डटे रहे.