चितौड़गढ़. जिले की गंगरार थाना पुलिस ने रविवार शाम को रसद विभाग के साथ मिलकर संयुक्त कार्रवाई में एक्सपायरी लाइसेंस पर संचालित बायोडीजल फिलिंग स्टेशन का पर्दाफाश किया. साथ ही मौके से करीब 8000 लीटर बायोडीजल जब्त किया गया. वहीं, रसद विभाग ने फिलिंग स्टेशन को सीज कर दिया है तो पुलिस अब फिलिंग स्टेशन के मालिक की तलाश में जुटी है.
थाना प्रभारी शिवलाल मीणा ने बताया कि पुलिस अधीक्षक राजन दुष्यंत के निर्देशन में चलाए जा रहे अभियान के तहत डेट स्थित एक फिलिंग स्टेशन पर अवैध रूप से बायोडीजल बेचने की सूचना मिली थी. जिला रसद अधिकारी सुनील कुमार की टीम के साथ मिलकर पुलिस ने छापेमारी की कार्रवाई की. वहीं, कार्रवाई के दौरान मौके से भारी मात्रा में बायोडीजल पाया गया. हालांकि, जब इस संबंध में दस्तावेज मांगे गए तो लाइसेंस नारायण खटीक नामक व्यक्ति के नाम पर पाया गया.
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थाना अधिकारी ने बताया कि लाइसेंस एक साल के लिए जारी किया गया था और 9 नवंबर, 2022 को ही उसकी अवधि समाप्त हो गई थी. इसके बावजूद धड़ल्ले से पंप संचालित किया जा रहा था. टीम ने तुरंत ही आउटलेट को अपने कब्जे में लेकर बायोडीजल जब्त कर लिया. मौके से 7923 लीटर बायोडीजल जब्त किया गया है. साथ ही एफएसएल टीम को भी मौके पर बुलाया गया.
पुलिस ने फिलिंग स्टेशन को किया सीज -थाने में इस संबंध में मामला दर्ज कर लिया गया है. साथ ही फिलिंग स्टेशन को सीज कर दिया गया है, लेकिन उसके मालिक नारायण खटीक का फिलहाल कुछ पता नहीं चल सका है. जिसकी तलाश की जा रही है. वहीं, कार्रवाई करने वाली टीम में सहायक पुलिस उपनिरीक्षक अमीचंद, हेड कांस्टेबल लहरी लाल, कांस्टेबल धर्मपाल, जगदीश और मानवेंद्र शामिल थे. जबकि रसद विभाग की ओर से जिला रसद अधिकारी सुनील कुमार के साथ ही प्रवर्तन निरीक्षक पिंकी स्वर्णकार मौजूद थीं.