चित्तौड़गढ़. जिले में कोरोना संक्रमण का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है. यही कारण है कि जिले में वर्तमान में सक्रिय केस की संख्या 157 हो गई है. वहीं, कोरोना की रोकथाम को लेकर जिला प्रशासन योजना बना कर कार्य कर रहा है. संक्रमित की पहचान हो इसके लिए भीड़ भरे क्षेत्रों में रेंडमली सैम्पलिंग पर जोर दिया जा रहा है. जिससे संक्रमित की पहचान हो और समय पर संक्रमण को फैलने से रोका जा सके.
कोरोना रोकथाम को लेकर भीड़ वाले क्षेत्रों में रैंडमली सैम्पलिंग पर जोर जिले में रविवार तक कोरोना के सक्रिय केसों की संख्या 157 हो गई है. रविवार को चित्तौड़गढ़ कोरोना लैब से जारी रिपोर्ट के अनुसार पूरे जिले में 19 नए मामले सामने आए हैं. ऐसे में करीब 100 सक्रिय केस तो चित्तौड़गढ़ शहरी क्षेत्र में है और 57 के ग्रामीण क्षेत्रों में है. कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए प्रशासन की ओर से कवायद की जा रही है.
जानकारी के अनुसार इन दिनों चित्तौड़गढ़ शहरी क्षेत्र में संक्रमण के मामले ज्यादा सामने आ रहे हैं. चिकित्सा विभाग से मिली जानकारी के अनुसार जिला मुख्यालय पर ही करीब 60 कंटेनमेंट जोन बनाए गए हैं. इसे आगे बढ़ने से रोकने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं. इसी क्रम में प्रशासन की ओर से लगातार जोर दिया जा रहा है. जिला कलेक्टर के निर्देश पर श्री सांवलियाजी राजकीय सामान्य चिकित्सालय के प्रमुख अधिकारी और जिले के मुख्य चिकित्सा और स्वास्थ्य अधिकारी के निर्देश पर शहरी क्षेत्र के लिए टीमों का गठन किया गया है. यह टीमें शहर में लगातार कैंप कर रैंडमली सैंपलिंग कर रही है.
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शहर के भीड़ भरे बाजारों में उचित स्थान देख कर चिकित्सा विभाग की टीम की ओर से शिविर लगाया जा रहा है. इसमें चिकित्सकों के साथ ही नर्सिंग स्टाफ की भी ड्यूटी लगाई जा रही है. सोमवार को भी जिला मुख्यालय पर शहर में स्थित न्यू क्लॉथ मार्केट में कोरोना जांच शिविर बनाया गया है. इसमें मार्केट के लोगों के अलावा राहगीर जो भी जांच करवाना चाहते हैं, उन के सैंपल लिए जाते हैं. अब चित्तौड़गढ़ जिला मुख्यालय पर ही कोरोना की जांच हो रही है. ऐसे में कोरोना सैंपल रिपोर्ट भी जल्दी मिल रही है. पूर्व में भीलवाड़ा जांच के लिए सैंपल भेजे जाते थे.