चित्तौड़गढ़. जिले में दिनभर तेज धूप और लू के गर्म थपेड़ों के बीच अचानक मौसम ने पलटा खाया और बूंदाबांदी से मौसम में थोड़ी ठंडक छा गई. कुछ ही समय बाद तेज हवाओं के बवंडर ने कई स्थानों पर बड़े-बड़े पेड़ों को धराशाई कर दिया. इससे बिजली आपूर्ति गड़बड़ा गई.
चित्तौड़गढ़ शहर में ही करीब 8 घंटे तक लगातार बिजली आपूर्ति ठप रही और ट्रिपिंग का दौर बना रहा. आपूर्ति के बाद भी शहर के कई हिस्सों में अजमेर विद्युत वितरण निगम आपूर्ति व्यवस्था को देर रात तक दुरुस्त नहीं कर पाया और गर्मी के इस दौर में लोग घंटो तक छतों पर बैठे रहने को मजबूर हो गए. शाम करीब 6:00 बजे बाद अचानक बादल छा गए और बूंदाबांदी शुरू हो गई.
हालांकि बूंदाबांदी का दौर कुछ ही समय बाद थम गया, लेकिन इससे ठंडक जरूर छा गई. इसके कुछ समय बाद ही तेज हवाओं ने जोर पकड़ लिया. करीब 15 मिनट तक यह दौर चला, जिसने शहर की बिजली आपूर्ति को बेपटरी कर डाला. करीब 1 घंटे तक चित्तौड़ शहर अंधेरे के आगोश में रहा यहां तक की रोड लाइटें भी बंद हो गई.
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हालांकि 9:00 बजे तक आपूर्ति शुरू हो गई, लेकिन बीच में बार-बार ट्रिपिंग बनी रही और आधे घंटे बाद फिर से सप्लाई बंद हो गई. रात 10:00 बजे तक शहर के कई हिस्से अंधेरे में डूबे नजर आए. अजमेर विद्युत वितरण निगम के अधीक्षण अभियंता ने बताया कि आंधी तूफान के चलते कई स्थानों पर लाइनों पर पेड़ गिर गए, जिससे आपूर्ति ठप हो गई. हालांकि शहर के कुछ हिस्सों में आपूर्ति शुरू कर दी गई है और फाल्ट ढूंढने का काम चल रहा है. आंधी तूफान के चलते निगम को कितना नुकसान हुआ, इसका आकलन कल तक हो पाएगा.