चित्तौड़गढ़. जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष (जिला एवं सेशन न्यायाधीश) केशव कौशल एवं सचिव सुनील कुमार ओझा ने शुक्रवार शाम जिला कारागृह का औचक निरीक्षण किया गया. निरीक्षण के दौरान उन्होंने जेल में निरूद्ध बंदियों से व्यक्तिगत रूप से जेल में मिलने वाली सुविधाओं के बारे में गहनता से जानकारी प्राप्त की. उन्होंने जेलर डूले सिंह से जिला कारागृह में कोरोना महामारी से बचाव के लिए बरती जा रही सावधानियों के जानकारी ली. इस दौरान जेल की डिस्पेंसरी में बजट के अभाव में दवाइयों की कमी होना सामने आया. इसे जिला एवं सेशन न्यायाधीश (डीजे) ने गंभीर माना. उन्होंने संबंधित अधिकारियों से बात कर तत्काल दवाइयां उपलब्ध कराने को कहा है.
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कारागृह उपाधीक्षक डूले सिंह ने बताया शुक्रवार को 499 पुरुष, 9 महिलाएं एवं साथ में 1 बच्चा जिला कारागृह में है. केशव कौशल ने महिला बंदियों से उन्हें मिलने वाली चिकित्सा सुविधाएं, सेनेट्री पेड औऱ सामान्य साफ सफाई के बारे में सवाल जवाब पूछे. जेलर ने बताया कि बंदी को जेल में दाखिल करने से पूर्व जेल वारंट के साथ बंदी की कोरोना नेगेटिव रिपोर्ट प्राप्त के बाद ही बंदी को जेल में दाखिल किया जाता है. नए आने वाले बंदी को पृथक से दो बैरक, जिन्हें अस्थायी रूप से आईसोलेशन बैरक बनाया गया है, जहां 21 दिन एवं उसके बाद 7 दिन पृथक से रखा जाता है. रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद ही बंदी को अन्य बैरक में रखा जाता है.
जेलर ने बताया कि नगर परिषद के माध्यम से जेल को सैनिटाइज किया जाता है. वर्तमान में कोरोना महामारी के चलते बंदियों से परिजनों की मुलाकात नहीं कराई जा रही है. इस कारण लगभग 190 बंदियों को प्रतिदिन टेलीफोन के जरिए एवं लगभग 10-12 बंदियों को वीसी से जरिए अपने परिजनों से बात कराई जा रही है. जिला न्यायाधीश केशव कौशिक ने बंदियों के लिए बनाये जा रहे भोजन, भोजनशाला, चाय नाश्ता, दुग्ध की उपलब्धता के बारे में सघनता से जानकारियां प्राप्त की. भोजनशाला में बन रहे भोजन को चखकर भोजन की गुणवत्ता को परखा. जेल क्लिनिक में चिकित्सक की उपलब्धता, मेल नर्स एवं उपलब्ध दवाईयों सहित दवाघर का निरीक्षण किया.
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इस दौरान जेल कार्मिकों ने जानकारी दी कि जेल में नियुक्त चिकित्सकों की 2 घंटे के लिए प्रतिदिन ड्यूटी लगाई गई है, लेकिन कुछ समय से चिकित्सक उपलब्ध नहीं हो पा रहे हैं. साथ ही मेल नर्स ने बताया कि कुछ बीमारियों की दवाइयां बजट के अभाव में उपलब्ध नहीं है. इसे जिला न्यायाधीश ने गंभीर माना और जिला प्रशासन के साथ वार्ता करके जल्द इन समस्याओं के निराकरण के लिए एक कार्य योजना बनाने के लिए निर्देशित किया. साथ ही उन्होंने जेल प्रशासन को निर्देशित किया कि जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के साथ अविलंब बैठक करके जेल में शुद्ध पेयजल की उपलब्धता और चिकित्सा विभाग से बंदियों के लिए मास्क की आपूर्ति के लिए कार्रवाई की जाए.
निंबाहेड़ा में एक व्यक्ति की बाइक से 2 लाख रुपये की नगदी चोरी
चित्तौड़गढ़ के निंबाहेड़ा क्षेत्र के एसबीआई बैंक से रुपये निकलवाने के बाद पौत्री को कचौरी खिलाने के लिए रुकना एक व्यक्ति को भारी पड़ गया. यहां अज्ञात व्यक्ति बाइक के थैले से 2 लाख रुपये की नगदी लेकर फरार हो गया. इस वारदात को लेकर जिले के निंबाहेड़ा कोतवाली थाने में प्रकरण दर्ज करवाया गया है. पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर अज्ञात बदमाशों की तलाश शुरू कर दी है. जानकारी में सामने आया कि शम्भूपुरा थाना क्षेत्र के गिलूंड गांव निवासी मदनलाल पुत्र जीतमल तेली ने निम्बाहेड़ा पुलिस थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई है. इसमें बताया गया है कि पीड़ित का खाता निंबाहेड़ा के एसबीआई बैंक में है. वो 24 मार्च को एसबीआई बैंक निंबाहेड़ा आया था. यहां से 2 लाख रुपये निकलवाए. बाद में रुपए, पासबुक और पर्ची को प्लास्टिक की थैली में रखकर बैंक से बाहर निकला और बाइक के थैले में रख दिए. इसके बाद बाइक लेकर नेहरू गार्डन के निकट स्थित पूरण कचोरी की दुकान पर आया. यहां बाइक खड़ी कर अपनी पौत्री को कचोरी खिला रहा था. इस दौरान अज्ञात व्यक्ति बाइक के थैले की चेन खोल कर 2 लाख रुपये की नगदी से भरी थैला चुरा ले गया. आस-पास के लोगों को थैली के बारे में पूछा, लेकिन पता नहीं चल पाया. बाद में यहां काफी तलाश भी की, लेकिन किसी ने नगदी भरी थैली के बारे में नहीं बताया. निंबाहेड़ा पुलिस ने दो लाख रुपये की चोरी का प्रकरण दर्ज कर आरोपी की तलाश शुरू कर दी है.
निंबाहेड़ा में बाइक से नगदी चोरी का मामला