चित्तौड़गढ़. उदयपुर सिक्सलेन पर शनिवार रात को हुए हादसे (Accident in chittorgarh) में पुलिस को मौके पर दुर्घटनाग्रस्त टैंकर और कंटेनर में एक-एक कंकाल मिला है. ऐसे में आशंका है कि दोनों वाहन के चालक अंदर जिंदा जल गए हैं. पुलिस ने दोनों के शवों (कंकाल) को भदेसर चिकित्सालय की मोर्चरी में रखवा दिया है और शिनाख्ती के प्रयास किए जा रहे हैं. जानकारी के अनुसार भदेसर थाना क्षेत्र के हाईवे पर उदयपुर से चित्तौड़गढ़ की ओर टैंकर आ रहा था. वही चित्तौड़गढ़ की तरफ से एक कंटेनर उदयपुर की ओर जा रहा था.
इसी दौरान कंटेनर अचानक अनियंत्रित होकर डिवाइडर तोड़कर गलत दिशा में जाने लगा. तभी उदयपुर से चित्तौड़गढ़ की तरफ आ रहा टैंकर से उसकी भिड़ंत हो गई. हादसा इतनी भीषण था कि दोनों वाहन धू-धू कर जलने लगे. आग की लपटें चारों तरफ फैलने लगी और देखते ही देखते दोनों वाहन बुरी तरह से जल गए. पुलिस ने जिला मुख्यालय के अलावा कई उधोगों से दमकल मौके पर बुलवाई, जिन्होंने एक से अधिक फेरे कर आग पर काबू पाया.
हादसे में जिंदा जले चालक: वाहन में आग बुझने के बाद वापस लग जा रही थी. ऐसे में तीन घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया. हादसा के समय दोनों वाहनों में कुल तीन लोगों के जिंदा जलने की आशंका जताई जा रही थी. लेकिन आग बुझने के बाद दोनों ही वाहनों के चालक के जले हुए शव निकाले गए हैं. हादसे के बाद मौके पर पुलिस ने चारों तरफ से लोगों को रोक दिया, जिससे हाइवे पर घंटों लंबा जाम लगा रहा. धीरे-धीरे पुलिस ने ट्रैफिक को मंगलवाड़ से डायवर्ट कर निंबाहेड़ा मार्ग पर कर दिया. मौके पर नगर परिषद की तीन, हिंदुस्तान जिंक, बिरला, और आसपास के इलाकों से दमकल मौके पर पहुंची. आग बुझाने के बाद हाइड्रो क्रेन मंगवा कर दोनों वाहनों को साइड किया गया.