चित्तौड़गढ़.अरनेड गांव निवासी किशनलाल जणवा दो दिन पहले से ही लापता चल रहा था. इसकी गुमशुदगी पुत्र प्रहलाद ने 6 जून को पुलिस थाने में भी दर्ज करवाई थी. वहीं रविवार को इसके ही कुएं में शव तैरता दिखाई दे गया. इस संबंध में रविवार को प्रहलाद ने डूंगला थनाधिकारी संग्राम सिंह को फोन कर सूचना दी कि उसके पिता का शव सुबह कुएं में तैरता दिखाई दे रहा है.
सूचना के बाद थाने से एएसआई लालचंद मय जाब्ता के घटनास्थल पहुंचे. यहां पर परिजनों ने दी रिपोर्ट में बताया, 5 जून को सुबह 6 बजे उसके पिता किशनलाल पुत्र मंगनीराम जणवा निवासी अरनेड बिना बताए घर से निकल गए थे. उनकी तलाश की गई, मगर पता नहीं चला तो शनिवार को थाना डूंगला में गुमशुदगी दर्ज करवाई थी. वहीं रविवार को सुबह 8 बजे के करीब प्रार्थी के काका प्रकाश पुत्र वेणिराम खेत पर गए, जिन्होंने कुए में देखा तो पिता का शव तैरता दिखा. इस पर उन्होंने परिजनों और ग्रामीणों को फोन कर सूचना दी. इस पर मृतक का पुत्र प्रहलाद जणवा सहित मुकेश व्यास, गणपत लाल, गोपीलाल सहित कई ग्रामीण कुएं पर पहुंचे. यहां कुएं में देखा तो किशनलाल का शव तैर रहा था. इसके शव को ग्रामीणों की सहायता से बाहर निकाला.
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प्रहलाद ने बताया, उसके पिता 5 जून को बिना बताए घर से कुएं पर काम करने के लिए गए थे. वापस नहीं आने पर डूंगला थाना में 6 जून को गुमशुदगी दर्ज करवाई गई थी. उसकी किसी से कोई दुश्मनी नहीं है. उसके पिता काम करते वक्त अचानक कुएं में गिरने से उनकी मौत हो गई. रिपोर्ट के आधार पर पुलिस ने शव को कुएं से बाहर निकलवाकर पोस्टमार्टम के लिए डूंगला सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भेजा. यहां पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया. एएसआई लालचंद ने रिपोर्ट के आधार पर अग्रिम जांच शुरू कर दी है.
जीवनदाता संस्था का कोरोना काल में भी मदद
जीवनदाता संस्था की ओर से जारी मुहिम "वैक्सीन से पहले रक्तदान, जिससे मिले किसी को जीवनदान" अभियान के तहत भी कई युवा स्वैच्छिक रक्तदान करने गांवों से जिला चिकित्सालय स्थित ब्लड बैंक आ रहे हैं. वहीं टीम जीवनदाता ने बीते चार दिनों में ट्रैफिक पुलिस कांस्टेबल पुष्कर जाट, पुलिस कांस्टेबल निर्मल खटीक, कांस्टेबल गणपत सिंह, कांस्टेबल विशेष अहीर, प्रांजल मौड़, बाबूलाल धाकड़, भंवर अहीर, विजय बैरवा, रतनलाल धाकड़, देवीलाल धाकड़, तुलसीराम धाकड़, जगदीश कुमावत, हरदयाल सिंह, पारसराम भील, श्रवण टांक, राजेन्द्र सिंह, बालकिशन धाकड़, रतन जाट, शिव धाकड़, अर्जुन शर्मा, घनश्याम धाकड़, रोशन सुखवाल, राहुल अहीर, ओमप्रकाश धाकड़, दीपक धाकड़, लोकेश खोईवाल, शिवराज नायक, नरेंद्र तनुसा, अनवर हुसैन, जमनालाल सैन, मुकेश मीणा, रतनलाल मीणा, देवीलाल, भैरुलाल, अनिल कुमावत, अजय सिंह, पदम सिंह सहित 37 रक्तवीरों ने रक्तदान कर कई जरूरतमंदों को नई जिंदगियां दी है.
जीवनदाता संस्था का कोरोना काल में भी मदद टीम जीवनदाता के रक्तवीर इस महामारी में रक्तदान कर एक कोरोना वॉरियर्स का फर्ज निभा रहे हैं. टीम जीवनदाता ने युवाओं से अपील में कहा है कि टीकाकरण से पहले रक्तदान अवश्य करें. ब्लड बैंक में रक्तपूर्ति करना हम सबका नैतिक कर्तव्य है. इस पुनीत कार्य में सभी सहयोग करते हुए आगे आए.