चित्तौड़गढ़. राज्य सरकार के निर्देश पर नगर परिषद चित्तौड़गढ़ कोरोना महामारी के दौरान अपने कत्तर्व्यों का निर्वहन करते हुए नगरीय क्षेत्र में कोरोना जनित मृतक के सामाजिक रीति रीवाज के साथ कर रही है. कोरोना संक्रमितों का कोविड प्रोटोकॉल से अन्तिम संस्कार करवाया जा रहा है. इस कार्य का नगर परिषद के सभापति संदीप शर्मा ने समीक्षा की है.
नगर परिषद आयुक्त रिंकल गुप्ता ने बताया कि वर्तमान समय में कोरोना महामारी के कारण कोरोना जनित मृतक का अन्तिम संस्कार नगरीय क्षेत्र में नगर परिषद की ओर से किया जा रहा है. इन सम्पूर्ण व्यवस्थाओं को लेकर सभापति संदीप शर्मा ने परिषद के अधिकारीयों और अन्तिम संस्कार की व्यवस्था देख रही सम्पूर्ण टीम से कार्य की समीक्षा की. साथ ही शहरी क्षेत्र के समस्त शमशान घाट पर लकड़ियों की उपलब्धता, अन्तिम संस्कार करने वाले कार्मिकों की सुरक्षा के लिए उपलब्ध कराये जाने वाले संसाधन, चिकित्सालय से श्मशान घाट तक निशुल्क परिवहन आदि कार्यों की समीक्षा की.
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इस दौरान सभापति शर्मा ने कहा कि हम सभी जानते हैं कि, यह समय कोरोना जनित परिवार के लिए अत्यन्त दुखदायी घडी है. जिसमें मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की संवेदनशीलता के अनुसार ही हम सभी को इस कार्य को पूर्ण तन्मन्यता से कोरोना प्रोटोकॉल का पूर्ण पालन करते हुए करना है. साथ ही इस कार्य में किसी प्रकार की कोताही नहीं बरती जाए और कोरोना जनित मृतक के दाह संस्कार को पूर्ण रूप से उसके सामाजिक रीति रीवाज अनुसार सम्पन्न किया जाए.
गौरतलब है कि प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की ओर से संवेदनशील निर्णय लेते हुए महामारी के दौरान इस दुखद घडी में आमजन की पीडा को समझते हुए कोरोना जनित मृतक का उनके सामाजिक रीति रीवाज के अनुसार अन्तिम संस्कार का जिम्मा नगरीय निकायों को सौंपा है. इसकी अनुपालना में सभापति संदीप शर्मा ने त्वरित कार्रवाई करते हुए विभिन्न टीम का गठन कर इस कार्य को तत्परता से पूर्ण करने के निर्देश दिये थे.