चित्तौड़गढ़.शहर के सदर थाना अंतर्गत आने वाले धनेत कला गांव में विद्युत पोल पर कार्य करते समय करंट लग जाने से हुई एक ठेकाकर्मी की मौत के बाद मुआवजे को लेकर मंगलवार को विवाद हो गया. बड़ी संख्या में ग्रामीण हॉस्पिटल में एकत्रित हो गए और प्रदर्शन करने लगे. इस दौरान सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए चिकित्सालय परिसर छावनी बन गया. बाद में ठेकेदार की ओर से मृतक के आश्रितों को पांच लाख की आर्थिक सहायता देने पर शव को पोस्टमार्टम किया गया.
जानकारी के अनुसार शहर से मात्र पांच किलोमीटर दूर स्थित धनेत कला में रविवार को विद्युत पोल पर ठेकाकर्मी अनिल रावल निवासी गांगाजी का खेड़ा कार्य कर रहा था. इस दौरान वो विधुत पोल पर चढ़ा हुआ था. इस दौरान उसे करंट लगा, जिससे वो नीचे गिर गया. जिसके बाद गंभीर अवस्था में उपचार के लिए जिला चिकित्सालय लाया गया. यहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया. शव को रविवार को हो मोर्चरी में रखवा दिया गया था.
इस सम्बंध में सोमवार को परिजन और ग्रामीण जिला चिकित्सालय में एकत्रित हुए. यहां ग्रामीणों का आरोप है कि रविवार को हादसा हुआ था, लेकिन ठेकेदार ने लापरवाही बरती है. इस मामले में कोई सूचना परिजनों को नहीं दी गई. जिला राजकीय चिकित्सालय की मोर्चरी के बाहर मृतक के ग्रामवासियों ने विद्युत निगम के ठेकेदार तरुण माथुर पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है.