चित्तौड़गढ़.कोरोना संक्रमण के काल में जहां ट्रेनों की आवाजाही रुकी हुई है. वहीं रेलवे के लंबित प्रोजेक्ट ने गति पकड़ी है. चित्तौड़गढ़ रेलवे स्टेशन पर भी फुट ओवरब्रिज का निर्माण होकर लिफ्ट और एस्केलेटर लगने हैं. इस कार्य ने गति पकड़ी है और फुट ओवरब्रिज का निर्माण 1 माह में पूरा होने की संभावना जताई जा रही है. गुरुवार से रेलवे स्टेशन पर भारी मशीनों के साथ कार्य शुरू हुआ है, जो आगामी 3 दिनों तक चलेगा. इस काम के लिए तकनीकी कर्मचारी भी बाहर से आए हुए है.
लॉकडाउन में फुट ओवरब्रिज का निर्माण जानकारी के अनुसार चित्तौड़गढ़ रेलवे स्टेशन की पहचान जंक्शन के रूप में है. यहां पांच प्लेटफार्म है लेकिन यहां एस्केलेटर, लिफ्ट आदि नहीं लगे हुई है. वहीं एक ही फुटओवर ब्रिज यात्रियों के लिए होने के कारण प्लेटफार्म संख्या 1 से 5 तक जाने में भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है. ऐसे में गत कार्यकाल में चित्तौड़गढ़ सांसद की ओर से प्रस्ताव भेजा गया था. इस पर स्वीकृति मिल कर इस पर नए फुट ओवरब्रिज का निर्माण और इस पर ही लिफ्ट, एस्केलेटर लगने की योजना को हरी झंडी मिली थी.
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बता दें कि, इस योजना का कार्य काफी समय से चल रहा था. गत दिनों फुटओवर ब्रिज निर्माण के लिए गर्डर आ गए थे. अब यह गर्डर फुट ओवरब्रिज पर रखने का काम गुरुवार से शुरू हुआ है, जो 3 दिन तक चलेगा. पहले दिन प्लेटफार्म संख्या 3 और 4 के क्षेत्र में गडर रखे गए. वहीं शुक्रवार को प्लेटफार्म संख्या 4 और 5 के बीच और शनिवार को प्लेटफार्म संख्या 1 व 2 के बीच गर्डर रखे जाएंगे. गर्डर रखने को लेकर रेलवे की ओर से लाइन को सुबह 11.30 से लेकर दोपहर 3 बजे तक ब्लॉक लिया गया. वैसे तो लॉक डाउन के कारण ट्रेनें नहीं चल रही है लेकिन कभी कभार मालगाड़ियों की आवाजाही रहती है. गुरुवार को लाइन संख्या तीन और चार को ब्लॉक किया गया.
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वर्तमान में यहां केवल केवल एक ट्रेन मेवाड़ एक्सप्रेस आती है, जिसके आने का समय प्रतिदिन रात को है. लेकिन प्लेटफार्म संख्या एक और दो पर भी गर्डर रखे जाने हैं, जहां क्रेन रखने के लिए गुरुवार को खुदाई कर दी गई. ऐसे में गुरुवार रात से ही यह ट्रेन प्लेटफार्म संख्या 3 पर रोकी जाएगी.
स्टेशन अधीक्षक सुभाषचंद्र पुरोहित ने बताया कि, यह फुट ओवरब्रिज 6 मीटर चोड़ा और 45 मीटर लंबा होगा. स्टील गर्डर रखने के लिए रतलाम से 140 टन की क्रेन आई है और साथ ही 20 तकनीकी स्टॉफ भी आया है. ब्रिज बनाने का कार्य तेजी से किया जा रहा है. सूत्रों की मानें तो फुटओवर ब्रिज एक माह में बनकर तैयार हो जाएगा. जानकारी में आया है कि, फुट ओवरब्रिज पर एस्केलेटर और लिफ्ट लगेगी. इनसे पांच ही प्लेटफार्म पर पहुंचा जा सकेगा.