चित्तौड़गढ़. उद्योगों का राष्ट्र के विकास में महत्वपूर्ण योगदान है. वर्तमान में नवीनतम तकनीक के साथ ही जोखिम भी बढ़ा है, जिसका सही आंकलन कर सुरक्षित कार्य हम सभी की जिम्मेदारी है. ये बात उप मुख्य निरीक्षक कारखाना और बॉयलर डीएल डामोर ने जिंक चंदेरिया लेड जिंक स्मेल्टर में आयोजित 50वें राष्ट्रीय सुरक्षा सप्ताह के समापन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में कही.
इस दौरान उन्होंने हिन्दुस्तान जिंक को सुरक्षा के प्रति सजगता के लिए अनुकरणीय बताते हुए चंदेरिया लेड जिंक स्मेल्टर को सुरक्षा मानकों और जागरूकता की सराहना की. डामोर ने कहा कि मनुष्य के पास सोचने और कल्पना की शक्ति है, जिससे वे किसी भी खतरे का आंकलन करें और दुर्घटना से बचाव को सुनिश्चित करें.
कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथियों ने मां सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्जवलित कर किया और सभी को सुरक्षा की शपथ दिलाई. इस अवसर पर चंदेरिया सह उपाध्यक्ष टेक्नोलॉजी सेल राजेश लुहाड़िया ने कहा कि सुरक्षा से ही जीवन है, किसी भी तरह की लापरवाही से दुर्घटना होती है जिसके कारण खतरे और बचाव पर ध्यान देकर दुर्घटनाओं को टाला जा सकता है.
उन्होंने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति सुरक्षा अज्ञानता को दूर कर स्वयं और दूसरे की सुरक्षा के लिए प्रेरणा बने जिससे शून्य दूर्घटना और शून्य क्षति के लक्ष्य को प्राप्त किया जा सके. वरिष्ठ उपाध्यक्ष मजदूर संघ एसके मौड ने उपस्थित कर्मचारियों और अधिकारियों से सुरक्षा के प्रति किसी भी तरह की लापरवाही नहीं बरतने और सुरक्षा को सदैव प्राथमिकता में रखते हुए सुरक्षा के राष्ट्रीय कार्यक्रम में सहयोग करने की अपील की.
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सुरक्षा प्रमुख आदित्यसिंह ने सभी अतिथियों का स्वागत कर वर्षभर के सुरक्षा प्रदर्शन एवं कार्यक्रमों के बारे में अवगत कराते हुए उद्योग के साथ ही घर और सड़क सुरक्षा के लिए चलाएं जा रहे कार्यक्रमों, समुदाय और प्रशासन के साथ मिल कर सुरक्षा जागरूकता अभियान की जानकारी दी. सुरक्षा सप्ताह के दौरान सुरखा रैली, रन फॉर सेफ्टी मैराथन, जिंक स्कूल और कॉलानी में सुरक्षा जागरूकता, आजोलिया का खेड़ा राजकीय विद्यालय में प्रशिक्षण और जागरूकता कार्यक्रम, विभिन्न प्रतियोगिताओं पोस्टर प्रतियोगिता सुरक्षा नारा प्रतियोगिता क्वीज का आयोजन किया गया और कार्यक्रम में विजेताओं को अतिथियों की ओर से पुरस्कृत किया गया. समापन समारोह में पायरो, हाइड्रों और सीपीपी की टीम ने नुक्कड नाटक से सुरक्षा जागरूकता का संदेश दिया.