चित्तौड़गढ़.कोरोना ने पर्यटन व्यवसाय (Coronavirus Impact on Tourism Sector) पर काफी प्रभाव डाला है. कोरोना काल के दौरान करीब 7 महीने तक पर्यटन व्यवसाय बुरी तरह प्रभावित रहा. हालांकि, सरकार ने अनलॉक की प्रक्रिया के तहत पर्यटन व्यवसाय में रियायतें दी हैं, जिसके बाद पर्यटन व्यवसाय धीरे-धीरे पटरी पर लौट रहा है.
दिवाली के बाद से ही पर्यटन स्थल गुलजार होने लगे हैं. ऐसे में उम्मीद है कि जल्द ही पर्यटन व्यवसाय से संकट के बादल छट जाएंगे. चित्तौड़गढ़ दुर्ग पर बुधवार और गुरुवार को पर्यटकों की संख्या ने साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया. इसका अंदाजा इस बात से भी लगाया जा सकता है कि ऑनलाइन टिकटिंग में दो हजार टिकट की लिमिट दोपहर 1.30 बजे ही खत्म हो गई.
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बैरंग लौटे पर्यटक...
टिकट नहीं मिलने की वजह से काफी संख्या में पर्यटक को वापस लौटना पड़ा या फिर बिना टिकट वाले स्मारक, मंदिर ही देखकर वापस जाना पड़ा. ऐसे में अब टिकट की लिमिट पर्यटकों के अनुसार कम पड़ती दिख रही है. बता दें कि अनलॉक के बाद से पर्यटकों की एंट्री ऑनलाइन टिकटिंग से हो रही है. हालांकि, पहले प्रतिदिन 1000 पर्यटक ही विजिट कर सकते थे, इसके बाद इस संख्या को बढ़ा दिया गया. इस साल पहली बार सोमवार को दोपहर बाद ही यह लिमिट पार हो गई. पुरातत्व विभाग ने पूर्व अनुमान लगाते हुए मंगलवार के लिए यह लिमिट बढ़ाकर दो हजार कर दी. मंगलवार को दोपहर 1.30 बजे ही संख्या 2000 पार हो गई.