चित्तौड़गढ़.चित्तौड़गढ़ नगर परिषद के सभी 60 वार्डों में सफाई व्यवस्था को सुचारू बनाने के साथ ही अगले महीने शुरू होने वाले भारत सर्वेक्षण में चित्तौड़गढ़ की वर्तमान रेटिंग में सुधार करने को लेकर मंगलवार को नगर परिषद सभापति संदीप शर्मा और आयुक्त रिंकल गुप्ता ने सफाई व्यवस्था से जुड़े अधिकारियों और सभी जमादार की एक महत्वपूर्ण बैठक ली. इसमें सभापति संदीप शर्मा ने सफाई व्यवस्था से जुड़े सभी कर्मचारियों को निर्देशित किया कि आने वाले 3 महीने में चित्तौड़गढ़ शहरी क्षेत्र को कचरा पात्र से मुक्ति दिलाते हुए स्वच्छ चित्तौड़ बनाने में जुट जाने का आह्वान किया.
नगर परिषद की स्वछता रैंकिंग पर नजर उन्होंने कहा कि वर्तमान में चित्तौड़गढ़ के शहरी क्षेत्र में लगभग 350 डंपिंग यार्ड बने हुए हैं, जिन्हें आने वाले दिनों में शून्य पर लाना है. उन्होंने बताया कि कुछ दिनों पूर्व नगर परिषद की ओर से सफाई व्यवस्था को सुधारने के लिए एक नवाचार शुरू किया गया था. इसके लिए प्रत्येक कचरा संग्रहण गाड़ी जीपीएस के साथ एक स्वच्छता साथी भी मौजूद रहेगा, जो घर-घर से गीला और सूखा कचरा अलग-अलग संग्रहण कार्य में चालक की मदद करेगा. आमजन को कचरा संग्रहण गाड़ी में कचरा डालने के लिए प्रेरित भी करेगा.
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वहीं इस अवसर पर नगर परिषद आयुक्त रिंकल गुप्ता ने बताया कि आने वाले कुछ दिनों में वे स्वयं हर वार्ड में जाकर सफाई व्यवस्था को सुधारने के लिए प्रयास करेंगी, जिसके लिए उन्होंने सभी जमादार से कहा कि अगर सफाई कर्मी किसी भी तरह की लापरवाही करता हुआ या अनुपस्थित पाया गया तो उस जमादार के खिलाफ कठोर कार्रवाई करते हुए नोटिस थमाया जाएंगे. उन्होंने बताया कि जिन गलियों में कचरा संग्रहण गाड़ी नहीं जा पा रही है. उसमें दोपहिया वाहनों और ई-रिक्शा की व्यवस्था करके कचरा संग्रहण किया जाएगा.
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उन्होंने बताया कि वर्तमान में चित्तौड़गढ़ की स्वच्छता सर्वेक्षण में रेटिंग 194 है, जिसमें सुधार करने के लिए विशेष प्रयास कर किए जाएंगे. उन्होंने बताया कि कुछ दिनों पूर्व ही चित्तौड़गढ़ में सफाई व्यवस्था को सुचारू बनाने और घर-घर कचरा संग्रहण करने के लिए 12 नई गाड़ियां लगाई गई थी और अब कचरा संग्रहण के लिए नगर में कुल 27 गाड़ियां घर-घर से कचरा संग्रहण करने का कार्य कर रही हैं.
नकली मावे के मामले में जयपुर से फूड इंस्पेक्टर चित्तौड़गढ़ पहुंचे
पुलिस अधीक्षक दीपक भार्गव ने बताया कि सोमवार को जिला विशेष टीम को नकली मावे के खिलाफ सूचना मिली तो सदर पुलिस के साथ भंड़ारिया गांव में नारायण पुत्र नानूराम गाडरी के बाड़े पर दबिश दी. यहां सूचना के अनुसार बाड़े को बाहर से गेट खुलवा कर टीम ने अंदर प्रवेश किया तो यहां कुंभानगर निवासी रमेश पुत्र जगदीश उपाध्याय, उत्तरप्रदेश में आगरा के फतेहाबाद निवासी विक्की पुत्र राजू पचोर और सिरसागंज निवासी राहुल पुत्र राजू पचोर काम करते हुए मिले. यहां जांच की तो मौके पर सड़ा गला मावा 119 किलो, मीठा मावा 30 किलो, मिल्क केक 111 किलो, मुरली मिल्क पाउडर 118 किलो, सरस मिल्क पाउडर 2 किलो, शक्कर 75 किलो, आईएम केमिकल 5 लीटर, सूजी 17 किलो, चॉकलेट पाउडर 7.50 किलो, कलर 100 पैकेट, पोम ऑयल 33 किलो, पॉम ऑयल के खाली पीपे 7 नग के अलावा मावा और मिल्क केक बनाने के उपकरण, बर्तन, मावा बनाने की भट्टी आदि मिले. इन्हें डिटेन कर लिया गया.
जयपुर से फूड इंस्पेक्टर चित्तौड़गढ़ पहुंचे यह भी पढ़ें:चित्तौड़ फोर्ट फेस्टिवल: पहले दिन शहर के हर पॉइंट पर लोक नृत्य का आकर्षण, दूसरे दिन नॉर्थ जोन के कलाकारों की प्रस्तुतियां
तीनों ने पूछताछ में बताया कि यह बाड़ा 10 दिन पहले राकेश उपाध्याय द्वारा नारायण गाडरी से किराया पर लेकर काम शुरू किया था. सामग्री से मिलावटी मावा और मिल्क केक बना चित्तौड़गढ़ शहर व आस-पास के गावों में होटलो व मध्यप्रदेश में आर्डर पर सप्लाई करते हैं. पुलिस ने इसकी सूचना सीएमएचओ चित्तौड़गढ़ रामकेश गुर्जर को दी. चित्तौड़गढ़ में खाद्य निरीक्षक का पद खाली होने से सीएमएचओ की सूचना पर जयपुर से फूड सेफ्टी ऑफिसर विशाल मित्तल मंगलवार शाम चित्तौड़गढ़ पहुंचे. यहां सदर थाने के पुलिस जाब्ते के साथ भंडारिया गांव में नारायण गाडरी के बाड़े पर पहुंच मौका निरीक्षण किया. बाद में नकली मावा और मावा बनाने की सामग्री के सेम्पल लिए गए और सड़े गले मावे को मौके पर नष्ट किया जाकर आगे की कार्रवाई नियमानुसार की जा रही है.