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बेटियों ने कहा- नहीं रहना है पिता के साथ...जानिये क्या है पूरा माजरा

राजस्थान में कपासन क्षेत्र के एक गांव में पांच बच्चों पर उनके पिता के अत्याचार से बचाने के लिए पड़ोसियों ने पुलिस को सूचना दी. जिस पर कपासन पुलिस ने पांचों बच्चों को रेस्क्यू कर बाल कल्याण समिति को सौंप दिया. जहां बच्चों के साथ काउंसलिंग की गई और उसके बाद बड़ी दोनों बच्चियों को आसरा बालिका शेल्टर भेज दिया गया. जबकि तीन छोटे बच्चों को उसके पिता को सौंप दिया गया. इसके अलावा पिता और काका दोनों को ही पाबंद कर दिया गया. जानिये क्या है पूरा मामला...

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बेटियों ने कहा- नहीं रहना है पिता के साथ

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Published : Oct 7, 2021, 7:36 PM IST

चित्तौड़गढ़ (कपासन). राजस्थान के कपासन क्षेत्र से एक हैरान करने वाली खबर सामने आई है. जहां एक गांव में रहने वाली पांच बच्चों की मां अपने प्रेमी के साथ दो साल पहले नाते में चली गई थी. जिसके बाद पिता ही पांचों बच्चों की परवरिश कर रहा था. पिता शराब का आदी है. सुबह मजदूरी करने के बाद शाम को शराब पीकर घर आता है और बच्चों के साथ मारपीट करता है.

बड़ी बेटी 13 साल की है, इसके बावजूद भी घर का सारा काम संभालती है. रात को पिता आकर सभी बच्चों को बुरी तरह मारपीट करता है. गुरुवार सुबह भी बच्चों का पिता उनके साथ मारपीट कर रहा था. उस दौरान बच्चों की चीख-पुकार सुनकर पड़ोसियों ने थाना अधिकारी हिमांशु सिंह राजावत को फोन कर दिया और बच्चों को रेस्क्यू करने का निवेदन किया.

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मौके पर पुलिस जाब्ता पहुंच कर पांचों बच्चों को रेस्क्यू कर थाने ले आई. इसके बाद पुलिस ने बच्चों को बाल कल्याण समिति को सौंप दिया, जहां पहले चाइल्ड लाइन और बाद में बाल कल्याण समिति में काउंसलिंग की गई.

काउंसलिंग में दो बेटियों ने कहा- नहीं रहना है पिता के साथ

पूर्व अध्यक्ष रमेश दशोरा ने बताया कि बच्चों से काउंसलिंग की गई. इस दौरान 13 वर्षीय बड़ी लड़की और 9 वर्षीय दूसरी लड़की ने अपने पिता के साथ रहने से मना कर दिया. दोनों आगे पढ़ाई करना चाहती हैं और अपने पिता से दूर रहना चाहती हैं. इसीलिए दोनों को आसरा बालिका शेल्टर होम भेज दिया गया. इसके अलावा तीन और बच्चे हैं, जिनकी उम्र 7 साल, 5 साल और 4 साल है. तीनों को जब पूछा गया तो उन्होंने अपने पिता के साथ ही रहने की इच्छा जताई. इसीलिए मौके पर उनके पिता और काका को बुलाया गया. दोनों को ही पाबंद किया गया और तीनों बच्चों को उनको पुलिस ने सौंप दिया. बाल कल्याण समिति तीनों बच्चों की बराबर रूप से मॉनिटरिंग करेगी.

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