ग्रामीणों ने कार्यालय में लगाया ताला, विरोध प्रदर्शन चित्तौड़गढ़. भादसोड़ा प्राकटय स्थल सांवरिया जी मंदिर कमेटी की कार्यकारिणी के चुनाव की मांग एक बार फिर तूल पकड़ गई. आसपास के गांव के लोगों ने अपनी इस मांग के समर्थन में शनिवार को कार्यकारी अधिकारी को बाहर निकाल कर कार्यालय पर ताला लगा दिया. 2 घंटे तक सांकेतिक धरना देकर मंदिर कमेटी की हठधर्मिता के प्रति अपनी नाराजगी जताई.
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अध्यक्ष के न आने पर भड़के ग्रामीणः शनिवार को भादसोड़ा, बागुंड, सोहन खेड़ा, मदनपुरा, गुड़ा के ग्रामीण मंदिर के बाहर कार्यालय पर एकत्र हो गए और कार्यकारी अधिकारी प्रहलादराय सोनी को बाहर निकालकर को ताला लगा दिया और अध्यक्ष को बुलाने की मांग को लेकर बाहर बाहर धरने पर बैठ गए. ग्रामीणों ने सोनी से अध्यक्ष एसएन मेहता से फोन वार्ता कर पूरा प्रकरण बताया. जिस पर अध्यक्ष मेहता ने आने में असमर्थता जताई. यह सुनकर ग्रामीणों का आक्रोश और भी बढ़ गया. उसके बाद स्थानीय पदाधिकारियों को भी बुलाने के लिए ग्रामीण अड़ गए, परंतु मौके पर कोई भी पदाधिकारी नहीं पहुंचा. पांचों गांव के ग्रामीणों ने सांकेतिक धरना-प्रदर्शन कर अति शीघ्र चुनाव कराने की मांग की है.
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ग्रामीणों ने दिया 1 सप्ताह का अल्टीमेटमः ग्रामीणों ने चुनाव कराने के लिए 1 सप्ताह का अल्टीमेटम दिया है. अन्यथा स्थाई धरना-प्रदर्शन करने की चेतावनी दी है. इस अवसर पर भादसोड़ा सरपंच शंभू लाल सुथार, जीतमल जाट, रामलाल जाट, हीरालाल सुथार, संपत जाट, मुरली छीपा सहित कई लोग उपस्थित थे. ग्रामीणों का आरोप था कि मंदिर की राशि में जमकर धांधली बाजी हो रही है. शनिवार को प्रसाद काउंटर पर लड्डू मट्ठी का प्रसाद उपलब्ध नहीं होने पर भी ग्रामीणों ने सवाल किए. जिसमें प्रसाद बनाने के लिए घी की उपलब्धता नहीं होना बताया.
2016 में भी उठी थी चुनाव की मांगःइसके पहले 2016 में चुनाव कराने की बात सामने आई थी. इसकी प्रक्रिया में 2019 आ गया और बाद में कोरोना का नाम लेकर चुनाव नहीं कराए गए. जबकि अब कोरोना जैसे कोई हालात नहीं हैं, लेकिन मंदिर कमेटी अध्यक्ष अपनी हठधर्मिता से चुनाव कराने को तैयार नहीं हैं. इस बीच कार्यकारी अधिकारी सोनी का कहना था कि उन्होंने मंदिर कमेटी अध्यक्ष को फोन पर ग्रामीणों की मांग से अवगत करा दिया है.