चित्तौड़गढ़. प्रदेश में कोरोना संक्रमित और संदिग्ध परिस्थितियों में मौतों का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है. चित्तौड़गढ़ जिला भी इससे अछूता नहीं है. चित्तौड़गढ़ जिला राजकीय चिकित्सालय और कोविड केयर सेंटर पर कोरोना संक्रमित और संदिग्ध परिस्थितियों में मौत के आंकड़े रोजाना बढ़ते जा रहे हैं. कोरोना गाइडलाइन के अनुसार शव के अंतिम संस्कार करने के लिए राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने नगर निकाय को इसकी जिम्मेदारी देना तय किया है.
चित्तौड़गढ़ में अब नगर परिषद करेगी कोरोना संक्रमितों का अंतिम संस्कार इसी को लेकर चित्तौड़गढ़ नगर परिषद ने भी इस कार्य को संपूर्ण करने के लिए सभी तैयारियां पूर्ण कर ली हैं. इसमें नगर परिषद चित्तौड़गढ़ ने कोरोना संक्रमित व्यक्ति के शव को जिला चिकित्सालय से मोक्षधाम तक ले जाने के लिए तीन एंबुलेंस की व्यवस्था की है. इसके साथ ही परिषद की ओर से शव के अंतिम संस्कार के लिए भी अलग-अलग टीमें बनाई गई हैं, जो कोविड गाइडलाइन से शव का अंतिम संस्कार कराएगी.
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जानकारी के अनुसार चित्तौड़गढ़ जिले में भी कोरोना से मौत का आंकड़ा रोजाना बढ़ता जा रहा है. जिला राजकीय चिकित्सालय में कोविड-19 मरीजों के साथ साथ संदिग्ध परिस्थितियों में भी मौत का आंकड़ा बढ़ रहा है. इसके चलते मृतक के शव का अंतिम संस्कार करने के लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इसकी जिम्मेदारी नगर परिषद को सौंपने का फैसला किया. इसी को लेकर चित्तौड़गढ़ नगर परिषद ने भी इस कार्य को सुव्यवस्थित तरीके से संपन्न करने के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली है.
इसके बारे में जानकारी देते हुए नगर परिषद सभापति संदीप शर्मा ने बताया कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की संवेदनशील सोच के चलते उन्होंने यह एक बड़ा कदम आमजन के हित में उठाया है, जो कि स्वागत योग्य है. उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार चित्तौड़गढ़ नगर परिषद ने भी तीन शव एंबुलेंस की व्यवस्था की है, जो कि नगरीय क्षेत्र कहीं पर भी कोरोना संक्रमण से हुई मृत्यु की सूचना मिलने पर एंबुलेंस चिकित्सालय या अन्य कहीं भी मृत्यु होने की सूचना मिलेगी. वहां से कोरोना नियमानुसार शव को लेकर संबंधित मोक्षधाम या कब्रिस्तान पर ले कर जाएगी. वहां पर नगर परिषद की ही गठित की गई टीम शव का विधि विधान और पूरे सम्मान के साथ अंतिम संस्कार करेगी.
उन्होंने बताया कि इसके अलावा अगर जिला राजकीय चिकित्सालय से जिले में कहीं पर भी शव को ले जाना है, तो एक कंट्रोल रूम की स्थापना की गई है, जहां पर सूचना मिलने के बाद नगर परिषद की एंबुलेंस वहां पर पहुंच कर शव को गंतव्य स्थान तक पहुंचाएगी.