चित्तौड़गढ़. जिले का फोर्ट फेस्टिवल इस बार कई मायनों में अनूठा होगा. हालांकि कोरोना के खतरे को देखते हुए जिला प्रशासन ने आम जन की भागीदारी से संबंधित कार्यक्रमों को नहीं रखा है, लेकिन इसके स्थान पर कई प्रकार के सांस्कृतिक कार्यक्रम फेस्टिवल को यादगार बना जाएंगे.
चित्तौड़गढ़ दुर्ग के साथ साथ शहर की प्रमुख सरकारी इमारतों और चौराहों की आकर्षक साज-सज्जा देखने को मिलेंगी. वहीं दो दिवसीय आयोजन के पहले दिन प्रदेश के विभिन्न इलाकों के लोक कलाकारों की नृत्य प्रस्तुति आनंदित करने वाली होंगी. वहीं अंतिम दिन नॉर्थ जोन के कलाकारों की प्रस्तुतियां मनमोहनने वाली होगी.
इस फेस्टिवल की तैयारियों को लेकर सोमवार को जिला कलेक्टर केके शर्मा ने ग्रामीण विकास सभागार में संबंधित विभागीय अधिकारियों की बैठक लेते हुए प्रत्येक विभाग की कार्य योजना की समीक्षा की. 12 और 13 मार्च को होने वाले इस आयोजन को लेकर जिला कलेक्टर ने अलग-अलग दायित्व संभाल रहे प्रभारी और सह प्रभारी अधिकारियों से विचार विमर्श कर आवश्यक दिशा निर्देश दिए. इसके अंतर्गत उद्घाटन समारोह, शोभा यात्रा, आर्ट कैंप, सांस्कृतिक संध्या, रन फॉर फन, मनोरंजक प्रतियोगिताएं, पतंगबाजी, अशोक प्रतियोगिता तथा दीपदान आदि के संबंध में संबंधित अधिकारियों ने अपनी कार योजना रखी.