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बूंदी: चम्बल नदी उफान पर, स्टेट हाईवे पर बनी पुलिया डूबी, आवागमन बाधित

बारिश के कारण इन दिनों चंबल नदी का जल स्तर बढ़ा हुआ है. कोटा बैराज से भी पानी छोड़ा जा रहा है, ऐसे में उपखण्ड क्षेत्र के रोटेदा कस्बे के समीप निकल रहे स्टेट हाईवे पर बनी पुलिया पूरी डूब गई है. रास्ता बाधित होने से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.

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Published : Aug 31, 2020, 6:20 PM IST

On Chambal river boom, culvert built on state highway
चम्बल नदी उफान पर, स्टेट हाईवे पर बनी पुलिया डूबी

केशवरायपाटन (बूंदी).चम्बल नदी के ऊपरी इलाकों में हो रही भारी बरसात और कोटा बैराज से की जा रही पानी की निकासी के चलते चम्बल नदी उफान पर है. उपखण्ड क्षेत्र के रोटेदा कस्बे के समीप निकल रहे स्टेट हाईवे पर बनी पुलिया जलमग्न हो गई है जिससे मार्ग पर आवागमन बाधित हो गया है. पुलिया के करीब 15 फीट ऊपर से पानी बह रहा है. चम्बल में बढ़ते जलस्तर को लेकर उपखण्ड प्रशासन भी सक्रिय है और हालात पर नजर रखे हुए है. सोमवार सुबह तहसीलदार मोहनलाल रोटेदा चम्बल नदी किनारे पहुंचे और हालात का जायजा लिया.

चम्बल नदी उफान पर, स्टेट हाईवे पर बनी पुलिया डूबी

क्षेत्र से होकर गुजर रही चम्बल नदी में दूसरे दिन सोमवार को भी भारी पानी की आवक रही. पुलिया पर 15 फीट ऊपर से पानी बह रहा था. इससे रोटेदा-मंडावरा मार्ग अवरुद्ध रहा. गौरतलब है कि कोटा बैराज और गांधी सागर बांध से भारी मात्रा में पानी की निकासी के चलते चम्बल नदी उफान पर है. चम्बल नदी किनारे बने चंबलेश्वर महादेव के मंदिर का 15 फीट ऊंचा शिखर तक जलमग्न हो गया है. वहीं नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है, रविवार देर शाम को पुलिया जलमग्न हुई थी.

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जानकारी अनुसार पुलिया पर देर शाम को तीन फीट तक डूबी थी. उपखण्ड अधिकारी अभिषेक चारण, तहसीलदार मोहनलाल व थानाधिकारी बुद्धिप्रकाश नामा नदी क्षेत्र की निचली बस्तियों में मुनादी करवाकर लोगों से नदी के समीप नहीं जाने की अपील कर रहे हैं. गौरतलब है कि गत वर्ष प्रशासन की अनदेखी के चलते चम्बल नदी में आई बाढ़ में रोटेदा कस्बे की कीर बस्ती के करीब तीन सौ लोग टापू में फंस गए थे. जिन्हें एनडीआरएफ की टीम ने कड़ी मशक्कत से रेस्क्यू कर निकाला था. वहीं बाढ़ प्रभावित लोगों को कई दिनों तक राहत शिविरों में रखा गया था.

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