चित्तौड़गढ़. जिला कांग्रेस कार्यालय में दो दिन पहले कांग्रेस के स्थापना दिवस पर बयानबाजी पर मचा बवाल थम नहीं रहा. इस मामले में बड़ी सादड़ी से पार्टी प्रत्याशी रहे बद्रीलाल जाट जगपुरा बैकफुट पर आ गए. उन्होंने पार्टी जिला अध्यक्ष भैरूलाल चौधरी के साथ पार्टी कार्यालय में मीडिया कर्मियों से मुलाकात कर जहां चौधरी पर भरोसा जताया, वहीं स्थानीय नेताओं पर हार का ठीकरा फोड़ा और कहा कि मतदान केंद्रवार मतदान और पार्टी को मिले मत प्रतिशत खुद ही स्थानीय नेताओं की कारगुजारी को उजागर करते दिखाई दे रहे हैं. बयानबाजी का मामला जयपुर तक पहुंच गया. ऐसे में जिलाध्यक्ष और जगपुरा बचाव की मुद्रा में आ गए और आनन-फानन में पार्टी कार्यालय में प्रेस वार्ता बुलाकर जगपुरा के बयानों पर स्पष्टीकरण दिया.
संगठन के स्थापना दिवस पर जगपुरा ने भेरूलाल चौधरी के साथ-साथ पार्टी नेताओं को हार के लिए जिम्मेदार करार दिया था. उस पर स्पष्टीकरण देते हुए कपासन विधानसभा क्षेत्र के प्रत्याशी पर अपनी राय जाहिर करते हुए जगपुरा ने कहा कि वे शंकर लाल बैरवा के पक्ष में नहीं थे, क्योंकि उन्होंने पिछले दो चुनावों में पार्टी प्रत्याशियों के खिलाफ काम किया था. यदि आनंदीलाल खटीक को टिकट मिल जाता तो परिणाम ही कुछ और होता, लेकिन जैसे ही पार्टी ने बैरवा को अपना प्रत्याशी घोषित किया, बड़ी सादड़ी क्षेत्र में प्रत्याशी होने के बावजूद वो अपने गांव रूद पहुंचे और वहां पार्टी प्रत्याशी के लिए मतदान कराया. उसी का नतीजा है कि मेरी ग्राम पंचायत से पार्टी प्रत्याशी को बढ़त मिली. जबकि बड़ी सादड़ी में उन्हें पार्टी के नेताओं का कोई सहयोग नहीं मिला.
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