चित्तौड़गढ़. अगले महीने वित्तीय वर्ष खत्म होने जा रहा है. ऐसे में सरकारी बाकियात वसूली गति पकड़ गई है. खासकर अजमेर विद्युत वितरण निगम उपभोक्ता में फंसी राशि की वसूली को लेकर टेंशन में दिखाई दे रहा है. नई और पुरानी बकाया राशि करीब 90 करोड़ तक जा पहुंची, जिसमें से एक तिहाई सरकारी विभागों में अटकी है. निजी उपभोक्ताओं की बात करें, तो शहर के कई प्रतिष्ठित लोग भी आनाकानी कर रहे हैं. फिलहाल निगम के अधिकारी टारगेट बेस रिकवरी में जुटे हैं. अधिकारियों को उम्मीद है कि मार्च के अंत तक वे अपने टारगेट को हासिल करने में कामयाब होंगे.
निगम के चित्तौड़गढ़ वृत्त की बात करें तो 60 करोड़ रुपए की रेगुलर रिकवरी चल रही है. वहीं, 30 करोड़ रुपए पुरानी बकाया राशि है. यह ऐसे उपभोक्ता है, जिनके कनेक्शन कट चुके हैं. लेकिन, उन्होंने अपनी बकाया राशि जमा नहीं कराई. इस बकाया राशि को लेकर ही अधिकारी चिंतित दिखाई दे रहे हैं. बकाया राशि में से 30 करोड़ रुपए सरकारी विभागों के हैं. इनमें भी सर्वाधिक ग्राम पंचायतों की राशि है, जो कि लगभग 20 करोड़ रुपए बताई जा रही है. यह सारी राशि पेयजल योजनाओं की निकल रही है. निगम प्रबंधन का कहना है कि इसके लिए टारगेट बेस रिकवरी कैंपेन चलाया जा रहा है. सरकारी विभागों में बकाया राशि की वसूली के लिए टीमें बनाकर संबंधित अधिकारियों से संपर्क किया जा रहा है. वहीं, निजी उपभोक्ताओं की बात करें तो फिलहाल 50,000 से अधिक की बकाया राशि वाले उपभोक्ताओं को चिन्हित कर अधिकारियों को वसूली के निर्देश दिए गए हैं.
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