चित्तौड़गढ़.प्रदेश सरकार पुलिस कर्मचारियों की करतूतों को लेकर विपक्ष के निशाने पर है. यहां तक कि पुलिस थानों में ही जांच के नाम पर अस्मत लूटने के मामले भी सामने आ रहे हैं. ऐसे में सोमवार को चित्तौड़गढ़ पुलिस का भी नाम शामिल हो गया, जब जांच के नाम पर आरोपी के पत्नी से सहायक पुलिस उप निरीक्षक ही इज्जत से खिलवाड़ करने से नहीं चुका. हालांकि, यह पूरी करतूत ग्रामीणों के सामने आ गई और आक्रोशित ग्रामीणों ने जांच अधिकारी एएसआई को बंधक बना लिया.
सूचना पर चंदेरिया थाना अधिकारी अनिल जोशी सहित अन्य लोग भी मौके पर पहुंच गए. मामला चंदेरिया थाना अंतर्गत एक गांव का है. ग्रामीणों के अनुसार गांव के ही एक व्यक्ति की गत दिनों भैंस की बछड़ी चोरी हो गई थी. इस संबंध में घोसुंडा पुलिस चौकी में रिपोर्ट दी गई थी. इस रिपोर्ट में फरियादी ने अपने ही भाई पर संदेह जताते हुए उसे नामजद कराया था. उसी सिलसिले में जांच अधिकारी सहायक पुलिस उप निरीक्षक श्यामलाल पूछताछ के लिए गांव जा रहा था. इसी दौरान उसकी नजर आरोपी की पत्नी पर पड़ गई. जांच में सहयोग के नाम पर एएसआई पुलिस के विश्वास को दांव पर लगाते हुए आरोपी की पत्नी से ज्यादती करने से भी नहीं चुका.
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बताया जाता है कि इसी दौरान आरोपी का भाई फरियादी मौके पर पहुंच गया. उसने मौके पर ही ग्रामीणों को एकत्रित करते हुए एएसआई को दबोच लिया और बंधक बनाते हुए पेड़ के बांध दिया. जैसे-जैसे यह सूचना फैलती गई, वैसे-वैसे आसपास के गांव के लोग भी मौके पर पहुंच गए और संबंधित एएसआई के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए छोड़ने से इनकार कर दिया.
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