चित्तौड़गढ़. हाल ही में चित्तौड़गढ़-प्रतापगढ़ दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ के अध्यक्ष के निर्वाचन को लेकर धांधली का आरोप लगा रही भाजपा के पदाधिकारियों ने शुक्रवार को चित्तौड़गढ़ कलेक्ट्रेट चौराहे पर नारेबाजी की है. इसमें उन्होंने जिला कलेक्टर को राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा है. ज्ञापन में चुनाव में धांधली का आरोप लगाते हुए अध्यक्ष पद के चुनाव को निरस्त करवाने की मांग की है.
जानकारी में सामने आया कि चित्तौड़गढ़ नगर मंडल अध्यक्ष सागर सोनी के नेतृत्व में भाजपा के कार्यकर्ता और पदाधिकारी कलेक्ट्रेट पहुंचे और नारेबाजी की है. राज्यपाल के नाम जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा. इसमें बताया कि 13 अप्रैल को हुए डेयरी चेयरमैन के चुनाव में वर्तमान सरकार के दबाव में भाजपा समर्थित प्रत्याशियों के नामांकन खारिज कर कांग्रेस समर्थित प्रत्याशी को अध्यक्ष पद पर निर्विरोध निर्वाचित किया गया जो एक प्रकार से लोकतंत्र की हत्या करना है.
ज्ञापन में बताया कि अध्यक्ष पद के लिए जिन प्रत्याशियों के नामांकन खारिज किए गए थे. उन्होंने प्रमाण पत्रों से डायरेक्टर के पद पर निर्वाचित होकर अध्यक्ष पद के लिए नामांकन किया था. डायरेक्टर पद के लिए तो नामांकन सही पाया गया और अध्यक्ष पद के लिए बाजी अपने हाथ से जाते हुए देख कर नामांकन खारिज करवा दिया गया. वहीं, चुनाव में ऐसा कभी नहीं होता है कि डेयरी अध्यक्ष के होते हुए उपाध्यक्ष वोट डाले लेकिन इस चुनाव में अध्यक्ष के होते हुए उपाध्यक्ष वोट डलवाए गए. जबकि उपाध्यक्ष का नाम वोटर लिस्ट में नहीं है.