चित्तौड़गढ़. स्थानीय नगर परिषद के तत्कालीन सभापति, उप सभापति, आयुक्त सहित लगभग 9 लोगों के खिलाफ पद एवं अधिकारों का दुरुपयोग कर राजकोष को हानि पहुंचाने पर भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (Anti Corruption Bureau) ने मामला दर्ज किया है. शिकायतकर्ता का नाम इस दौरान गुप्त रखा गया है. प्रकरण दर्ज करने के लिए एसीबी ने समाचार पत्रों में छापी गई न्यूज़ को आधार बनाते हुए प्रथमदृष्टया वित्तीय हानि को बनाया है.
एसीबी चित्तौड़गढ़ के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक डॉ. विक्रम सिंह ने बताया कि एसीबी मुख्यालय पर विभिन्न समाचार पत्रों के माध्यम से चित्तौड़गढ़ नगर परिषद के बारे में एसीबी को गोपनीय शिकायत मिली थी. इसके बाद आरोपियों के खिलाफ परिवाद दर्ज किया गया. परिवाद की जांच में सभी आरोपियों के लोक सेवक होते हुए अपने पद और अधिकारों का दुरुपयोग कर राजकोष को वित्तीय हानि पहुंचाई के आरोप सच साबित हुए. उसके बाद रिपोर्ट दर्ज की गई. इसमें एसीबी मुख्यालय जयपुर के आदेश पर जांच जारी है.
ये है पूरा मामला
दरअसल, चित्तौड़गढ़ नगर परिषद में फरवरी 2017 में तत्कालीन उप सभापति भरत जागेटिया के भाई अशोक कुमार जागेटिया से परिषद के सामने एक आवेदन पेश करवाया गया कि वर्ष 2012 में उन्हें जो भूमि का पट्टा जारी किया गया था, उसमें भूलवश ज्यादा राशि जमा हो गई थी और उसे ये राशि उसे लौटाई जाए.