चित्तौड़गढ़. भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने निंबाहेड़ा में एक सरकारी डॉक्टर को अपने निजी क्लीनिक पर रिश्वत लेते गिरफ्तार कर लिया. रिश्वत की राशि सरकारी हॉस्पिटल में डिलीवरी कराने के बदले ली गई. एसीबी आरोपी डॉक्टर को चित्तौड़गढ़ ले आई. एसीबी चित्तौड़गढ़ के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कैलाश सिंह सादू ने बताया कि इस मामले में नया बाजार निंबाड़ा निवासी वसीम अकरम ने परिवाद पेश किया था.
परिवाद के अनुसार जिला चिकित्सालय के डॉ. रितेश कुमार जैन पुत्र भंवरलाल द्वारा परिवादी की पत्नी राबिया की डिलीवरी कराने के बदले में 22 फरवरी को एक हजार रुपये रिश्वत ली गई थी. इसी दौरान एसीबी ने रिश्वत मांगने और एक हजार रुपये लिए जाने का सत्यापन करा लिया. एएसपी के अनुसार साढ़े चार हजार रुपये गुरुवार को दिए जाने थे. ऐसे में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की टीम ने डॉक्टर रितेश जैन के मंडी चौराहा स्थित निजी क्लीनिक के आसपास जाल बिछाया.
पढ़ें :Alwar ACB Action : पीडब्ल्यूडी विभाग का इंजीनियर 6 लाख की रिश्वत राशि लेते गिरफ्तार
उन्होंने बताया कि फरियादी को साढ़े चार हजरा की रिश्वत राशि के साथ डॉक्टर रितेश के क्लीनिक पर भेजा. डॉक्टर को राशि थमाने के बाद फरियादी के इशारे पर टीम क्लीनिक में पहुंच गई और डॉक्टर रितेश की जेब से रिश्वत की राशि बरामद की गई. इसके साथ ही मौके से ही डॉ. रितेश को गिरफ्तार कर लिया गया. डॉक्टर रितेश जिला चिकित्सालय में स्त्री एवं प्रसूता विभाग में वरिष्ठ विशेषज्ञ पद पर काम कर रहा है. मूल रूप से सेक्टर 11 हिरण मगरी उदयपुर निवासी डॉक्टर रितेश को एसीबी पूछताछ के लिए चित्तौड़गढ़ कार्यालय ले आई है. कार्रवाई पुलिस निरीक्षक दया लाल चौहान के नेतृत्व में अंजाम दी गई.
महिला कांस्टेबल 6 हजार की रिश्वत के साथ गिरफ्तार : चित्तौड़गढ़ टीम ने निंबाहेड़ा में एक डॉक्टर को रिश्वत लेते दबोचा, वहीं गुरुवार शाम को राजसमंद की टीम ने महिला थाने में कार्रवाई करते हुए एक कांस्टेबल को 6 हजार की रिश्वत के साथ गिरफ्तार किया. मजे की बात यह है कि इस कार्रवाई में गुरुवार सुबह ही शिकायत का सत्यापन हुआ और शाम को एसीबी ने जाल बिछाकर महिला कांस्टेबल को रिश्वत के साथ दबोच लिया. इस कार्रवाई से पुलिस महकमे में खलबली मच गई.