चित्तौड़गढ़. जिले के महिला एवं बाल चिकित्सालय परिसर में संचालित पालना गृह में मंगलवार को परित्याग किए हुए बच्चे ने उदयपुर मेडिकल कॉलेज में अंतिम सांस ली. प्रीमैच्योर प्रसव होने के कारण नवजात शिशु की हालत काफी गंभीर थी, जिसके कारण उसे बुधवार को उदयपुर रेफर किया गया था, जहां रात को ही उसकी मौत हो गई.
जानकारी के अनुसार मंगलवार शाम को 7:15 बजे पालना गृह की घंटी बजी, जिसे सुन कर मौके पर ड्यूटी पर उपस्थित नर्स ने बच्चे को पालने से उठाया. बच्चे को सबसे पहले शिशु केयर यूनिट में लाने के बाद उसका उपचार किया गया. बच्चा न्यू बॉर्न ही था, उसका जन्म मंगलवार को ही हुआ था. प्रीमेच्योर डिलीवरी होने के कारण नवजात के फेफड़े पूर्ण रूप से कार्य नहीं कर रहे हैं. फेफड़े कमजोर होने के कारण नवजात को सांस लेने में तकलीफ हो रही है.