चित्तौड़गढ़. शहर के कोतवाली थाना क्षेत्र में करीब 10 माह पुराने जाति पंचायत कर दो परिवारों को समाज से बहिष्कृत करने के मामले में कोतवाली पुलिस ने 9 पंचों को गिरफ्तार किया है. पुलिस इन पंचों से पूछताछ के बाद मंगलवार को न्यायालय में पेश करेगी.
गौरतलब है कि चार दिन पूर्व भी जिले की शम्भूपूरा थाना पुलिस ने ऐसे ही एक मामले में पंचों को गिरफ्तार कर चुकी है. जानकारी के अनुसार नई आबादी चित्तौड़गढ़ निवासी कमलेश और किशनलाल ने पुलिस अधीक्षक के समक्ष पेश होकर परिवाद दिया था. पुलिस अधीक्षक के आदेश के बाद कोतवाली थाना पुलिस ने प्रकरण दर्ज किया था. कोतवाली थाने में 13 फरवरी को दर्ज कराई रिपोर्ट में बताया कि प्रार्थी किशनलाल के भाई राकेश की मांगीबाई की कोई औलाद नहीं होने से राकेश को गोद रखा गया था. जिसकी एवज में मांगीबाई से रुपयों की मांग की.
इस पर रुपए नहीं दिए तो राकेश ने समाज चौकला की पंचायत दिसंबर 2019 को बुलाई थी. जिसमें विवाद होने पर पंचों ने आपस में गाली-गलौज की. वहीं नंदलाल ने प्रार्थी की माता मांगीबाई के लिए पंचायत में अपमानित किया. उसके पश्चात 28 फरवरी 2019 को पंचायत बुलाई गई, जिसमें आरोपी भैरूलाल धाकड़, नारायण धाकड़, नंदलाल निवासी चित्तौड़गढ़ और हरिराम, दिनेश किशनलाल भेरु लाल निवासी चित्तौड़गढ़ ने बिना सुने समाज के बीच 20,000 रुपए आर्थिक दंड से दंडित कर समाज पंचों में सार्वजनिक रूप से अपमानित किया और पंचों के जूते टॉपले में भरकर सिर पर लेकर भरी पंचायत में 1 घंटे तक खड़ा रखा.