चित्तौड़गढ़.चंदेरिया इंडस्ट्रीज एरिया में एक मार्बल फैक्ट्री में शुक्रवार सुबह करंट की चपेट में आने से दो श्रमिक झुलस गए. जिनमें से एक की मौत हो गई. गांव के लोगों ने 25 लाख रुपए मुआवजे की मांग को लेकर शव नहीं उठाया. मौके पर पुलिस पहुंची. अंततः 5 घंटे बाद मार्बल एसोसिएशन द्वारा 12 लाख रुपए के मुआवजे पर सहमति जताने के बाद परिजनों द्वारा शव का पोस्टमार्टम कराया गया.
एसोसिएशन के कई पदाधिकारी भी हॉस्पिटल पहुंचे. पुलिस के अनुसार यह हादसा सांवरिया मार्बल फैक्ट्री में हुआ. कालू नामक मजदूर पाइप का काम के दौरान करंट के चलते पाइप से चिपक गया. यह देखकर साथी बोरदा निवासी 35 वर्षीय पप्पू गिरी गोस्वामी उसकी मदद को पहुंचा, तो वह भी करंट की चपेट में आ गया. अचानक हुए इस घटनाक्रम को लेकर फैक्ट्री प्रबंधन में भी हड़कंप मच गया और दोनों को जिला चिकित्सालय लाया गया, जहां पप्पू गिरी को मृत घोषित कर दिया गया.
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जैसे ही यह सूचना उसके गांव पहुंची. परिवार के साथ गांव के लोग भी हॉस्पिटल पहुंच गए और मृतक के परिवार के लिए उचित मुआवजा राशि की मांग के बाद ही शव उठाने की बात कही. मामला बिगड़ता देख कर पुलिस उपाधीक्षक बुधराज टांक, चंदेरिया थाना प्रभारी पुलिस निरीक्षक कैलाश चंद्र खटीक, सदर थाना प्रभारी हरेंद्र सिंह सोदा पुलिस बल के साथ हॉस्पिटल पहुंच गए. पुलिस की मौजूदगी में मार्बल एसोसिएशन और परिजनों के बीच कई बार वार्ता चली, लेकिन राशि के मुद्दे पर बात आगे नहीं बढ़ पाई.
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परिवार और समाज के लोग 25 लाख की मांग कर रहे थे, जबकि मार्बल एसोसिएशन इस प्रकार के हादसों के पीड़ितों के लिए निर्धारित राशि ही देने को तैयार थी. शाम करीब 4 बजे दोनों ही पक्षों द्वारा लगभग 12 लाख रुपए की सहायता राशि पर सहमति जताने के बाद पुलिस ने राहत की सांस ली. मार्बल एसोसिएशन की ओर से अशोक समदानी, भरत जागेटिया आदि मौजूद रहे. पुलिस उपाधीक्षक टांक ने बताया कि दोनों पक्षों के बीच समझौता होने के बाद शव का पोस्टमार्टम करा परिजनों को सौंप दिया गया. मृतक के एक बच्चा और दो छोटी बच्चियां हैं.