राजसमंद. ऐसा इसलिए क्योंकि दोनों ही पार्टियों ने अंतिम चरण में उम्मीदवारों की घोषणा की थी जिसके कारण चुनावी प्रचार प्रसार में महज 20 दिन मिल रहे हैं. जिसके कारण 4 जिलों में फैली इस सीट पर उम्मीदवार को चुनावी प्रचार प्रसार में हर गांव ढाणी कस्बे तक पहुंचना बड़ा मुश्किल साबित हो रहा है.
राजस्थान की यह सीट 4 जिलों में फैली है...प्रचार में प्रत्याशियों के छूट रहे पसीने
मेवाड़ के मध्य में स्थित राजसमंद लोकसभा सीट इस बार हॉट सीट बन गई है. अरावली पर्वत की पहाड़ियों से घिरी मेवाड़ के 4 जिलों की 8 विधानसभा को मिलाकर राजसमंद लोकसभी सीट बनी है. इस बार भाजपा और कांग्रेस दोनों के ही प्रत्याशियों को चुनावी प्रचार प्रसार में काफी दम लगाना पड़ रहा है. क्योंकि 450 किलोमीटर में फैली यह लोकसभा सीट जिसमें भाजपा और कांग्रेस के प्रत्याशियों को चुनावी प्रचार प्रसार में करने में दिन रात एक करनी पड़ रही है.
राजस्थान की यह सीट 4 जिलों में फैली है...प्रचार में प्रत्याशियों के छूट रहे पसीने
4 जिलों में राजसमंद सीट फैली है. ऐसे में प्रत्याशियों को किसी भी गांव कस्बे या मोहल्ले में सभा करना मुश्किल साबित हो रहा है. पगफेरा करना भी लोहे के चने चबाने जैसा है. ऐसे में प्रत्याशियों के पास अब बहुत कम समय बचा है. जिसके लिए भाजपा हो, चाहे कांग्रेस दोनों ही पार्टियों के प्रत्याशी चुनावी प्रचार प्रसार में दिन रात एक कर रहे हैं और जनता तक पहुंच कर अपने लिए वोट की अपील कर रहे हैं.
Last Updated : Apr 12, 2019, 6:09 PM IST