दौसा.जिले में वृक्षारोपण को बढ़ावा देने और वन एवं पौधे लगाने को लेकर वन विभाग बड़े-बड़े दावे करता नजर आता है. जिसके तहत वन विभाग के द्वारा हर वर्ष 5 जून को वन महोत्सव आयोजित कर लोगों को पौधरोपण के लिए प्रेरित भी किया जाता है. विभाग का दावा है कि पिछले 5 वर्षों में पौधरोपण को लेकर जिले में लाखों की तादाद में पौधे लगाए गए हैं व उनका पालन-पोषण किया गया है.
पिछले 5 वर्ष के आंकड़ों को देखें तो विभाग वन विभाग को वर्ष 2014 में लगभग 7 लाख 80 हजार पौधे लगाने का लक्ष्य मिला था. जो कि विभाग ने पूरा कर लिया. वर्ष 2015 में वन विभाग दौसा ने जिले में 10 लाख पौधे लगाएं व इसी तरह वर्ष 2016 में 1 लाख 3 हजार और वर्ष 2017 में 1 लाख 63 हजार और 2018 में 1 लाख 62 हजार पौधे लगाकर उनका पालन पोषण किया गया. इस तरह वन विभाग के अधिकारियों का दावा है कि जिले में पिछले 5 वर्षों में तकरीबन 23 लाख पौधे लगाकर उनका पालन पोषण किया गया है. जिससे कि वह पूरी तरह सरवाइव कर रहे हैं. यह कहना है अतिरिक्त जिला वन अधिकारी पीयूष शर्मा का.
ईटीवी भारत की टीम ने जब वन विभाग के लगाए पौधों की जमीनी हकीकत को जानने की कोशिश की तो विभाग द्वारा वर्ष 2018 में सिविल लाइन के पास हरीपुरा राजकीय माध्यमिक विद्यालय में वन महोत्सव मना कर विद्यालय में तकरीबन सौ के आसपास पौधे लगाए थे लेकिन आज उन पौधों में से विद्यालय में 20% पौधे भी जीवित नहीं हैं. पानी की कमी और साल संभार की अनदेखी के चलते विद्यालय में महज खाली गमले बचे हैं. जिनमें बारिश का पानी भरा है.