अजमेर. राशन विक्रेताओं ने सोमवार को अपनी मांगों को लेकर सीएम के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा. बता दें कि राशन विक्रेताओं की प्रमुख मांग कमीशन वृद्धि है. राशन विक्रेताओं का कहना है कि कई जिलों में केरोसिन का वितरण पूर्णता बंद कर दिया गया है और जहां वितरण किया जा रहा है. वह भी नाम मात्र का है.
इसके अलावा शक्कर वितरण केवल अंत्योदय परिवार को ही हो रहा है. जिसकी वजह से राशन विक्रेताओं की आय में कमी आ गई है. उनकी मांग है कि राशन विक्रेताओं को प्रति क्विंटल गेहूं पर 125 रुपये से बढ़ाकर 200 रुपये प्रति क्विंटल कमीशन दिया जाए. इसके अलावा 40 वर्षों पुराना आदेश, जिसके तहत मृतक डीलर के आश्रितों को अनुकंपा नियुक्ति के अंतर्गत दुकान आवंटित की जाए.
अजमेर : राशन डीलर्स ने की सरकार से 6 सूत्रीय मांग राजस्थान राज्य अधिकृत राशन विक्रेता नियोजक संघ के अध्यतक्ष कन्हैया लाल ने बताया कि खाद्य विभाग द्वारा राशन विक्रेताओं को प्रति क्विंटल पर 1% छूट दी थी. लेकिन सितंबर 2016 से बायोमेट्रिक प्रणाली लागू करने के बाद छीजत समाप्त हो गई है. जिसकी वजह से प्रत्येक डीलर को हर महीने 500 से 1000 रुपए का आर्थिक नुकसान उठाना पड़ता है.
साथ ही राशन विक्रेताओं ने पोस मशीन के रखरखाव के पेठे 7 रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से सितंबर 2017 से बकाया भुगतान करने की मांग की है. इसके अलावा राशन विक्रेताओं ने 2 रुपए किलो के हिसाब से राशि जमा करा रखी है, लेकिन जनवरी से अप्रैल तक का बकाया कमीशन उन्हें नहीं दिया गया है.