जयपुर. केन्द्र सरकार की ओर से शुक्रवार को लोकसभा में बजट पेश किया गया. जिसके अंतर्गत उत्तर पश्चिम रेलवे को इस बार बजट की काफी अच्छी उम्मीद थी लेकिन ऐसा नहीं हो पाया. वहीं बजट के आजाने के बाद से ही रेलवे यूनियन नाखुश है.
रेलवे को नहीं मिला उम्मीद के हिसाब से बजट...यूनियन और व्यापारी वर्ग खफा
केंद्र सरकार की ओर से शुक्रवार को बजट पेश किया है, लेकिन रेलवे को जितनी उम्मीद थी उस उम्मीद के अनुसार बजट नहीं मिला है. जिससे रेलवे यूनियन और व्यापारी वर्ग काफी खफा भी नजर आ रहा है.
उत्तर पश्चिम रेलवे मजदूर संघ के महासचिव मुकेश माथुर ने कहा कि वित्त मंत्री जी ने जो बजट पेश किया है उसके अंतर्गत कुछ नया नहीं है. सब कुछ जो सरकार ने जो पेश किया था, उसे ही आगे बढ़ाया है. उन्होंने कहा कि इसके अंतर्गत रेलवे का जो 100 दिन का रेल निगमीकरण और निजीकरण काप्लानिंग है, केवल उसे ही शामिल किया गया है. जिससे रेलवे को काफी नुकसान होगा.
वहीं माथुर ने कहा है कि इनकम टैक्स को लेकर भी काफी आशा थी लेकिन ऐसा नहीं हुआ. माथुर का कहना है कि ये बजट कर्मचारियों के पक्ष में नहीं है. जिससे कर्मचारियों में काफी रोष भी उत्पन्न हो रहा है.