सीकर. महरिया ने कहा कि मौजूदा सांसद ने सीकर का नाम खराब कर दिया. यहां से बलराम जाखड़ और चौधरी देवी लाल जैसे लोग सांसद रहे. महरिया के आरोपों का सांसद ने भी करारा जवाब देते हुए कहा कि अगर ऐसी बात थी तो महरिया ने बलराम जाखड़ को हराया ही क्यों.
सीकर में जमक खिंची तलवारें...महरिया और सुमेधानंद ने जमकर चलाए एक-दूसरे पर शब्द बाण - Sumedhand Saraswati
लोकसभा चुनाव के लिए टिकटों के बंटवारे के साथ ही सीकर में कांग्रेस और भाजपा प्रत्याशियों के बीच सियासी बाण चलने शुरू हो गए हैं. पहले ही दिन कांग्रेस प्रत्याशी सुभाष महरिया ने मौजूदा सांसद और भाजपा प्रत्याशी स्वामी सुमेधानंद सरस्वती पर हमला बोला.
![सीकर में जमक खिंची तलवारें...महरिया और सुमेधानंद ने जमकर चलाए एक-दूसरे पर शब्द बाण](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/images/768-512-2848528-943-2da411c4-6831-4a10-8520-5da62c287eee.jpg)
सांसद ने 5 साल तक लोगों के साथ बदतमीजी की...लोकसभा में सीकर का नाम मिटा दिया
कांग्रेस प्रत्याशी सुभाष महरिया ने कहा कि सीकर के सांसद ने पिछले 5 साल तक कार्यकर्ताओं के साथ बदतमीजी की है. लोकसभा में सीकर की एक अलग पहचान थी यहां से बलराम जाखड़, देवीलाल और महादेव सिंह जैसे नेता सांसद रहे, मंत्री रहे. उन्होंने जो पहचान बनाई थी उसको मौजूदा सांसद ने मिटा दिया. अब जनता ने ऐसे सांसद को हराने का मन बना लिया है.
महरिया जैसे नेता को यह शोभा नहीं देता है, यह अल्प ज्ञान का प्रतीक है
महरिया के आरोपों के जवाब में मौजूदा सांसद और भाजपा प्रत्याशी स्वामी सुमेधानंद सरस्वती ने कहा है कि मेरे जैसे व्यक्ति पर इस तरह के आरोप लगाना गलत है. मैं साधु सन्यासी हूं और हर व्यक्ति की मैंने सुनवाई की है. सुभाष महरिया जैसे वरिष्ठ नेता को यह बातें शोभा नहीं देती. जहां तक बलराम जाखड़ और चौधरी देवीलाल का सवाल है अगर बलराम जाखड़ से इतना ही लगाव था तो सुभाष महरिया ने उनके खिलाफ चुनाव भी क्यों लड़ा. उन्होंने ही तो उन को हराकर यहां से भेजा था. सुभाष महरिया यह से तीन बार सांसद रहे और अगर वे काम करते तो आज हमें यह कहने की जरूरत ही नहीं पड़ती.