भीलवाड़ा. लोकसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान के बाद भीलवाड़ा लोकसभा क्षेत्र में भी अब धीरे-धीरे जातिवादी राजनीति का जहर घुलना शुरू हो गया है. भीलवाड़ा लोकसभा क्षेत्र की बात करें तो भीलवाड़ा लोकसभा क्षेत्र में भीलवाड़ा जिले की सात और बूंदी जिले की 1 विधानसभा क्षेत्र शामिल है. लोकसभा क्षेत्र में सबसे ज्यादा बाह्मण और द्वितीय स्थान पर गुर्जर मतदाता हैं.
सचिन को CM नहीं बनाकर कांग्रेस ने गुर्जरों को छला...यह याद रखना होगा गुर्जरों को - भाजपा के पूर्व मंत्री कालूलाल
लोकसभा चुनाव के ऐलान के बाद जातिवादी राजनीति को बढ़ावा देने के लिए आपस में आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है. इसकी बानगी भीलवाड़ा लोकसभा क्षेत्र में देखने को मिली. जहां भाजपा के पूर्व मंत्री कालू लाल गुर्जर ने ईटीवी भारत से खास बातचीत करते हुए कांग्रेस सरकार पर गुर्जर जाति के साथ छलावा करने का आरोप लगाया है.
जातिवादी राजनिति पर बयान देते हूऐ वसुंधरा सरकार के पूर्व मंत्री कालू लाल गुर्जर ने ईटीवी भारत से खास बातचीत करते हुए गहलोत सरकार पर तंज कसा है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी में गुर्जरों के साथ छलावा किया है. गुर्जरों ने विधानसभा चुनाव के समय गुर्जर नेता सचिन पायलट को मुख्यमंत्री के रुप में देखना चाहते थे. जिसको लेकर राजस्थान के गुर्जर जाति के लोगों ने कांग्रेस के पक्ष में मतदान किया. लेकिन कांग्रेस पार्टी ने सचिन पायलट को मुख्यमंत्री नहीं बनाने के कारण गुर्जर जाति में भारी नाराजगी है.
कालूलाल गुर्जर ने कहा कि वहीं उस समय भाजपा की ओर से राजस्थान में गुर्जर जाति के नौ प्रत्याशी चुनाव मैदान में उतारे गए. लेकिन सचिन पायलट को मुख्यमंत्री बनाने की बात से सभी गुर्जर जाति के लोगों ने कांग्रेस के पक्ष में मतदान किया. जिससे राजस्थान के भाजपा के गुर्जर जाति के नौ ही प्रत्याशी को पराजय का सामना करना पड़ा. लेकिन इस बार गुर्जर जाति का कांग्रेस से मोह भंग हो गया है. और सचिन पायलट को मुख्यमंत्री नहीं बनने के कारण गुर्जर जाति के लोग भाजपा के पक्ष में मतदान करेंगे.