राजसमंद. लोकसभा चुनाव 2019 का परिणाम इस प्रकार आया कि कांग्रेस के बड़े-बड़े नेता अपने ही क्षेत्र में धराशाई हो गए. इस बार जहां प्रधानमंत्री मोदी की सुनामी ने कांग्रेस के कई किलो को ध्वस्त किया तो वही राजस्थान में फिर एक बार 25 में से 25 सीट जीतकर कांग्रेस का सूपड़ा साफ कर दिया. बात की जाए राजस्थान के राजसमंद लोकसभा सीट की तो इस बार यहां पर कांग्रेस को बुरी तरह से हार मिली है.
राजसमंद में कांग्रेस प्रत्याशी देवकीनंदन अपने बूथ पर ही हार गए...सीपी जोशी भी रहे फेल
लोकसभा चुनाव में राजसमंद सीट से दीया कुमारी ने जीत दर्ज की. सबसे खास बात यह रही कि उनके सामने उतरे कांग्रेस के प्रत्याशी देवकीनंदन गुर्जर अपने ही बूथ पर पीछे रहे. वहीं सीपी जोशी भी नाथद्वारा से कांग्रेस को जीत दिलाने में असफल साबित हुए.
जहां एक तरफ कांग्रेस प्रत्याशी देवकीनंदन गुर्जर अपने गृह क्षेत्र नाथद्वारा के बूथ क्रमांक 88 में भी हार गए. इस बूथ से उन्हें 260 मत जबकि भाजपा की दीया कुमारी को 438 मत मिले. दीया कुमारी को यहां कांग्रेस के प्रत्याशी से 178 मत ज्यादा मिले तो वही सबसे अधिक चर्चा का विषय इस बात का बना हुआ रहा कि खुद विधानसभा अध्यक्ष डॉक्टर सीपी जोशी अपने विधानसभा क्षेत्र नाथद्वारा से भी कांग्रेस को जीत दिलाने में असफल साबित रहे.
वहीं सबसे दिलचस्प बात ये रही कि डॉ सीपी जोशी अपने बूथ संख्या 94 से कांग्रेस को 221 वोट दिला सके जबकि दीया कुमारी को 567 वोट मिले. 2018 के विधानसभा चुनाव में नाथद्वारा विधानसभा से डॉक्टर सीपी जोशी ने भारी मतों से जीत दर्ज की थी लेकिन 2019 के लोकसभा चुनाव में नाथद्वारा की जनता ने 5 महीने के भीतर ही परिणाम में उलटफेर करते हुए भाजपा को भारी मतों से जीत दिलाई. केवल नाथद्वारा विधानसभा से ही नवनिर्वाचित सांसद दीया कुमारी को करीब 52,249 वोटों की बढ़त मिली.