भीलवाड़ा. पढ़ने की उम्र में जहां छोटे-छोटे मासूम विवाह के बारे में समझते नहीं हैं वहीं अप्रैल महीने में हुए विवाह समारोह में विवाह के बंधन में बंध गए हैं .बता दें कि छोटे-छोटे मासूम विवाह के बंधन में बंधने के बाद मंदिरों में धोक लगाने पहुंच रहे हैं. जिनकी ईटीवी भारत ने एक्सक्लूसिव तस्वीरें कैमरे में कैद की हैं .
भीलवाड़ा में बाल विवाह पर रोक लगाने को लेकर खुली प्रशासन की पोल
प्रदेश में प्रशासन भले ही बाल विवाह रोकथाम को लेकर लाख दावे करता हो लेकिन अबूझ सावे अक्षय तृतीया से पहले अप्रैल महीने में हुए विवाह समारोह में भीलवाड़ा के कई मासूम इन बाल विवाह की भेंट चढ़ गए.
भीलवाड़ा जिला प्रशासन लगातार दावे करता है कि जिले में कोई भी बाल विवाह नहीं हो रहा है .इसके लिए जिला स्तर पर कंट्रोल रूम भी तैयार किए गए हैं. लेकिन इन सभी दावों की ईटीवी भारत ने पोल खोल दी है. बता दें कि ईटीवी भारत के कैमरे में बाल विवाह के बाद मंदिर में धोक लगाते हुए मासूम दुल्हा दुलहन की तस्वीरें कैद हो गई हैं.
जिले के आसींद विधानसभा क्षेत्र की आंबेसर ग्राम पंचायत के पास स्थित बजरंगबली के मंदिर में मंगलवार और शनिवार को नव विवाहित दूल्हा-दुल्हन धोक लगाने आते हैं. वहीं कल यानी मंगलवार को भी अप्रैल माह में शादी होने के बाद छोटे-छोटे दूल्हा-दुल्हन बजरंगबली के शरण में धोक लगाने पहुंचे. जिनकी तस्वीर ईटीवी भारत के कैमरे में एक्सक्लूसिव कैद हुई. इन तस्वीरों से भीलवाड़ा जिले के प्रशासन के दावे को खोखले साबित कर रही है.अब देखना यह होगा कि आने वाली अक्षय तृतीया पर अबूझ सावे पर भीलवाड़ा में होने वाले बाल विवाह पर प्रशासन रोक लगा पाता है या नहीं यह तो आने वाला वक्त बताएगा.