जयपुर. लोकतंत्र प्रणाली से होने वाले चुनाव से पहले आदर्श आचार संहिता लगती आपने देखी और सुनी होगी, लेकिन राजनीतिक दलों के आंतरिक संगठनात्मक चुनाव में भी इसे पूरी तरह फॉलो किया जा रहा है. भारतीय जनता पार्टी इसका ताजा उदाहरण है. भाजपा में संगठनात्मक चुनाव की घोषणा के साथ ही पार्टी में आदर्श आचार संहिता लग चुकी है या फिर ये कहें कि चुनाव प्रक्रिया पूरी होने तक पार्टी में कोई नई नियुक्तियां नहीं होगी.
भाजपा संगठन में लगी 'आचार संहिता'...संगठनात्मक चुनाव तक नहीं होगी कोई नई नियुक्ति - जयपुर शहर अध्यक्ष मोहनलाल गुप्ता
चुनावों की आदर्श आचार संहिता केवल विधानसभा, लोकसभा, निकाय और पंचायत राज चुनाव में ही नहीं लगती, बल्कि राजनीतिक दलों में होने वाले संघटनात्मक चुनावों में भी लगने लगी हैं. भाजपा के संगठनात्मक चुनाव जल्द होने वाले हैं. इसके लिए पार्टी में आचार संहिता लग चुकी है. मतलब भाजपा में तब तक कोई नई नियुक्तियां नहीं होगी.
बताया जा रहा है कि हाल ही में हुई प्रदेश कार्यसमिति की बैठक के बाद जिला अध्यक्ष और जिला प्रभारियों की बैठक में प्रदेश संगठन महामंत्री चंद्रशेखर ने इसके निर्देश भी दे दिए हैं. अब विशेष परिस्थितियों में मौजूदा पदाधिकारियों को ही संगठनात्मक कार्यक्रमों का नया दायित्व दिया जा सकता है. वहीं विशेष परिस्थितियों में प्रदेश नेतृत्व से अनुमति मिलने पर कुछ एक नियुक्ति की जा सकेगी.
प्रदेश संगठन महामंत्री चंद्रशेखर के इस फरमान के बाद संगठन में पद का इंतजार कर रहे नेताओं को धक्का जरूर लगा है, लेकिन सबसे अधिक झटका उन नेताओं को लगा है जिन्हें लोकसभा चुनाव से पहले ही जिलों का अध्यक्ष बनाया गया है. जयपुर शहर अध्यक्ष मोहनलाल गुप्ता उन्हीं जिला अध्यक्षों में एक हैं जो अब तक अपनी नई टीम का एलान नहीं कर पाए तो वहीं पार्टी प्रदेश अध्यक्ष मदन लाल सैनी का भी यही हाल है. क्योंकि सैनी ने भी प्रदेश टीम में दो चार नियुक्तियों के अलावा कुछ बदलाव नहीं किया. मतलब साफ है कि दिसंबर तक खत्म होने वाले भाजपा संगठन चुनाव प्रक्रिया के बाद ही भाजपा में नियुक्तियों की राह खुल पाएगी.