बाड़मेर.बाड़मेर जिले के बालोतरा कस्बे के निकट जसोल ग्राम में आयोजित रामकथा में रविवार दोपहर हुए हादसे में 15 लोगों की मौत हो गई. हादसे की वजह प्राकृतिक आपदा बताई जा रही है. जिसमें आपदा के चलते करंट फैल गया और लोगों की मौत हो गई. ईटीवी भारत में लोगों से मिली जानकारी के अनुसार पूरे घटनास्थल की पड़ताल करके इस पूरे घटनाक्रम के पांच कारण ढूंढे जिनकी वजह से यह हादसा हुआ.
पहला कारण
170 फीट लंबा पंडाल लगाया गया था जो करीब 50 फीट से अधिक छोड़ा था. इस पूरे पांडाल में एक ही रास्ता आने-जाने का था यानिकि कहीं भी अलग से एग्जिट प्वाइंट नहीं बनाया गया. जब हादसा हुआ लोहे के सपोर्टर जो डोम को खड़ा कर रखे थे वह गिरे और करंट फैला तो लोगों के पास इस स्थल से निकलने के लिए कोई दूसरा रास्ता नहीं था. यानिकि जो लोग पांडाल के बीच में बैठे थे उनको बाहर निकलने के लिए 100 फीट जाने की जरूरत थी. इस बीच बारिश आ गई और करंट फैल गया.
दूसरा कारण
बारिश से बचने के लिए पांडाल को प्लास्टिक के तिरपाल से ढका गया था. पूरे पांडाल को कवर कर दिया गया था. कहीं भी वेंटिलेशन नहीं रखा गया था. जब आंधी पांडाल के अंदर घुसी तो हवा के आगे से निकलने के लिए कोई जगह नहीं थी. यही कारण था कि हवा के वेग के आगे भारी भरकम डॉम गुब्बारे की तरह ऊपर उठा और गिर कर बिखर गया.