बूंदी. जिले में वन्यजीवों की गणना पूरी कर ली गई है. यहां पर रामगढ़ अभयारण्य के 18 पॉइंट और बूंदी वन मंडल के 11 पॉइंट पर गणना की गई. जहां पर 5 जून और 6 जून को नियमित वन विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों ने प्वाइंटों पर निगरानी रखी है. जहां पर बड़ी तादाद में वन्यजीव कर्मचारियों को नजर आए हैं, जिनकी गणना कर्मचारी द्वारा की गई है.
वन विभाग द्वारा जारी की गई वन्यजीव गणना के आंकड़े ऐसे में बुधवार को वन्य जीव की गणना के आंकड़े वन विभाग द्वारा जारी कर दिए गए हैं. जिनमें से सबसे ज्यादा जिले में पैंथर, भालू, मोर सहित कई प्रकार के वन्यजीव नजर आए हैं और इनकी तादाद में भी इजाफा हुआ है.
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बूंदी के रामगढ़ अभयारण्य के 18 पॉइंट पर गणना की गई थी, जिनमें इस बार सबसे ज्यादा मोर, नीलगाय, तीतर, खरगोश और कुछ बड़े कब्र बिज्जू भी रामगढ़ अभ्यारण में पाए गए हैं. इसी तरह वन मंडल बूंदी में की गई गणना में सबसे अधिक पैंथर और भालू की संख्या पाई गई है. जिस पर वन्यजीव प्रेमियों और वन विभाग ने खुशी जाहिर की है. वहीं बूंदी में लगातार हर वर्ष वन्य जीव की संख्या में इजाफा हो रहा है.
जानकारी के अनुसार बूंदी में पैंथर 10, बगैरा 10, जरख 31, लोमड़ी 5, भालू 20, नीलगाय 500, जंगली सुअर 100, सेही 1, काले बंदर 1000, मोर 1000, खरगोश 1000 और नेवला 150 मिले हैं.
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हालांकि बूंदी में सबसे ज्यादा मोर के शिकार के मामले सामने आते हैं, जिनकी सुरक्षा के लिए वन विभाग सवालों के घेरों में रहती है. जबकि अन्य वन्यजीवों की शिकार की घटनाएं कम आती है. ऐसे में इस बार मोर की संख्या में इजाफा हुआ है तो वन विभाग को चाहिए कि वह ऐसे शिकार पर चौकसी और गश्त बढ़ाए ताकि मोर के शिकार की घटनाएं कम हो और राष्ट्रीय पक्षी को बचाया जा सके.