बूंदी. जिले के हिंडोली कृषि मंडी परिसर में बुधवार को विशाल किसान सम्मेलन को क्षेत्रीय विधायक और खेल मंत्री अशोक चांदना ने संबोधित किया. इस दौरान खेल मंत्री अशोक चांदना ने केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने तीनों कृषि कानूनों का विरोध करते हुए कहा कि किसानों को कॉरपोरेट घरानों के पास गिरवी रखा जा रहा है.
चांदना ने कहा कि पिछले कई दिनों से किसान सड़कों पर बैठे हैं, लेकिन केंद्र सरकार किसानों की आवाज दबा रही है. इन तीनों कानूनों से किसान बर्बाद हो जाएगा. अगर ये तीनो काले कानून रह गए तो देश की सभी मंडिया बंद हो जाएंगी. 20 साल बाद देश की बड़ी-बड़ी कंपनियां किसानों की जमीनों की मालिक बन जाएंगी. ऐसे में इस समय काश्तकारों का भविष्य अंधकार में है.
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उन्होंने कहा कि देश की 75 प्रतिशत जनता काश्तकारी पर निर्भर है. दिल्ली और हरियाणा बॉर्डर पर जो किसान बैठे हैं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उन किसानों पर लाठियां बरसा रहे हैं. पानी की बौछारें कर रहे हैं. किसान आंदोलन के दौरान 50 किसानों ने अपना बलिदान दिया है. केंद्र सरकार को तीनों कृषि कानून वापस लेने ही होंगे और कानून वापस नहीं लिए जाने तक हमारा संघर्ष जारी रहेगा.
बूंदी में किसान सम्मेलन में पहुंचे खेल मंत्री अशोक चांदना इससे पहले नैनवां क्षेत्र के देई कस्बे में भी किसान सम्मेलन को संबोधित किया. इसके बाद शाम 5 बजे मंत्री अशोक चांदना जिला प्रमुख चंद्रावती कंवर के साथ कृषि मंडी पहुंचे. मंच पर पहुंचने पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने मंत्री चांदना का साफा बंधवाकर स्वागत किया. उसके बाद हनुमान व्यास ने शॉल ओढ़ाकर जिला प्रमुख चंद्रावती का सम्मान किया.
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इस दौरान ब्लाक अध्यक्ष दिनेश शर्मा ने कहा कि मंत्री चाँदना सहित कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने पहले भी किसानों के हित लाठियां खाई है, चांदना का जीवन किसानों के साथ संघर्ष में बीता है. जिला प्रमुख चन्द्रावती कंवर ने तीनों अध्यादेश को गलत बताते हुए कहा कि इससे किसानों का कुछ भी भला नहीं होने वाला है. केंद्र सरकार किसानों को बड़े व्यापारियों के हवाले कर दिया है. इस दौरान बारी-बारी से सभी वक्ताओं ने 3 कृषि कानूनों के विरोध में अपना संबोधन दिया.