बूंदी.सदर थाना क्षेत्र के रामनगर में एक कंजर जाति के व्यक्ति हरजी कंजर की मौत के मामले में बड़ा बवाल देखने को मिला है. यहां बूंदी अस्पताल में समाज से जुड़े लोगों ने करीब पांच घंटे तक हंगामा मचाए रखा. आरोप यह था कि सदर थाने कि रामनगर चौकी में तैनात तीन पुलिसकर्मियों सहित एक सब इंस्पेक्टर द्वारा रामनगर निवासी हरजी कंजर के साथ मारपीट करने के चलते मौत हुई है. इस मामले में पुलिसकर्मियों पर मारपीट का आरोप लगाते हुए समाज से जुड़े लोगों ने जमकर हंगामा काटा. यहां पर महिलाओं ने जमकर पुलिसकर्मियों पर आरोप लगाए और धक्का-मुक्की की.
हंगामे की सूचना पर कोतवाली थाना पुलिस मौके पर पहुंची और मामले की जानकारी ली. लेकिन हंगामा बढ़ता देख मौके पर पुलिस को आरएसी के जवान तक बुलाने पड़ गए और अस्पताल परिसर जंग का अखाड़ा बन गया. एक तरफ हंगामा करते हुए परिजन दिखाई दे रहे थे तो दूसरी ओर पुलिस का भारी बल उन्हें हंगामा करने से रोक रहा था. मृतक के परिजनों का कहना था कि पुलिसकर्मियों द्वारा दिवाली के अवसर पर कंधी मांगने के लिए पुलिसकर्मी आए थे, तभी मना करने पर जबरदस्ती करने लगे और ढाबा संचालक हरजी कंजर के साथ मारपीट कर उसे मौत के घाट उतार दिया और हमें मृत अवस्था में हरजी कंजर को थमा दिया और तबीयत खराब होने का हवाला देकर मौत की बात बताते हुए चले गए.
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ऐसे में पुलिस ने मामले से पल्ला झाड़ने की कोशिश की. हंगामा कर रहे परिजनों ने कहा कि जब तक एक सरकारी नौकरी नहीं मिल जाती और 20 लाख रुपए का मुआवजा नहीं मिल जाता, तब तक वे डेड बॉडी नहीं उठाएंगे. करीब पांच घंटे तक बूंदी जिला अस्पताल के बाहर चले हंगामे के बाद पुलिस अधीक्षक शिवराज मीणा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक किशोरी लाल, सहायक पुलिस अधीक्षक कुंदन कांवरिया, पुलिस उपाधीक्षक दीपक मीणा और पुलिस उपाधीक्षक गोपीचंद मीणा सहित विभिन्न थाना पुलिस मौके पर पहुंची और कानून व्यवस्था को संभाला.