बूंदी. संसदीय क्षेत्र कोटा-बूंदी के प्रवास पर आए लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला सोमवार को केशवरायपाटन क्षेत्र के दौरे पर रहे. इस दौरान उन्होंने पंचायत समिति कार्यालय में नवनिर्वाचित सदस्यों से मुलाकात की. बिरला ने न सिर्फ उन्हें लोकतांत्रिक मूल्यों का महत्व बताया, बल्कि उन्हें विकास कार्यों में अधिक से अधिक जनभागीदारी सुनिश्चित करने को भी कहा. बिरला ने कहा कि भारत दुनिया का सबसे विशाल एवं क्रियाशील लोकतंत्र है. यहां वैदिक काल से लोकतांत्रिक परम्पराएं समृद्ध थीं और जनता सभी व्यवस्थाओं का केंद्र हुआ करती थी.
देश की आजादी के बाद संविधान निर्माण के दौरान भी जनता को ही केंद्र में रखा गया. देशवासियों के संविधान में दृढ़ विश्वास के कारण हमारा लोकतंत्र मजबूत होता चला गया. उन्होंने कहा कि पंचायतें भले ही हमारे लोकतंत्र की सबसे छोटी कड़ी हैं. पंचायतों में बैठकर लोग बड़ी-बड़ी समस्याओं का समाधान निकल लेते हैं. विकास की कोई योजना बने तो उसका आधार आमजन का कल्याण ही होना चाहिए. जनप्रतिनिधि का दायित्व है कि वह जनता की आशाओं, अपेक्षाओं और उम्मीदों के अनुरूप कार्य करे. इसके लिए आप सबको दलगत भावना को त्याग कर सामूहिक निर्णय क्षमता विकसित करनी होगी.
बिरला ने कहा कि पंचायत समितियों की बैठक में जनता से जुड़े विषयों पर अधिक से अधिक विचार-विमर्श, चर्चा-संवाद, वाद-विवाद होना चाहिए. फैसले भी जनता की राय के अनुरूप किए जाएं। समस्यांे का चिन्हीकरण कर उन्हें जिला परिषद, विधायक और सांसद के कार्यक्षेत्र के अनुसार बांटे और उनका सक्षम स्तर पर निराकरण करवाने का सामूहिक प्रयास करें.
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