बूंदी.देश भर में मकर संक्रांति को लेकर लोगों में खास उत्साह है. छोटीकाशी बूंदी में 14 जनवरी को पतंग महोत्सव की धूम रहेगी. इसको लेकर शहर भर की पतंगों की दुकानों पर लोगों की और युवाओं की खरीदारी जारी है. मकर सक्रांति के दिन अवकाश घोषित होने से लोग पतंगबाजी का जमकर लुफ्त उठाएंगे.
मकर संक्रांति के लिए सजी बाजारे युवक ही नहीं युवतियां और नई नवेली दुल्हन भी पतंगबाजी के इस शौक से अछूती नहीं है. गांव में भी कुछ सालों से पतंगबाजी जोर पकड़ने लगी है. मकर संक्रांति के पर्व पर गुल्ली डंडे, सतोलिया, दड़ा महोत्सव, तिल्ली के पकवान आदि काफी प्रचलित है. इस दिन दान पुण्य का भी कार्य लोग करते है और जगह-जगह पहुंच पोशबड़ा महोत्सव आयोजित करते है.
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मकर सक्रांति के 1 दिन पूर्व छोटीकाशी बूंदी की बाजारों में पतंगों की दुकान पर युवाओं की काफी भीड़ है. इस बार विशेष रूप से छोटा भीम, मोदी, बालवीर, मोटू पतलू, अपना टाइम आयेगा, पब्जी और सीएए कानून के समर्थन वाली पतंगों की मांग बढ़ गई है. कार्टून वाली पतंगों को बच्चे खास पसंद कर रहे हैं.
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शहर के इंद्रा बाजार,चौमूखा का बाजार सहित अन्य बाजारों में मकर सक्रांति पर पतंगों की बिक्री के लिए दुकानें सजी हुई है. बाजार में 1 रुपए से लेकर 30 रुपए तक की पतंग मिल रही है. 100 से लेकर 150 रुपए तक के मांझे बिक रहे है. दुकानदारों ने बताया कि इस बार बरेली के पांडा, पांडा 9 तार मांझे की मांग अधिक हो गई है. हालांकि इन मांझे की कीमत अधिक है और चाइनीज मांझे की दाम कम होने के चलते लोगों का रुझान चाइनीज मांझे के तरफ ज्यादा है. शहर में प्रशासन की ओर से पहले भी चाइनीज मांझे पर कार्रवाई की गई थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं होने के चलते धड़ल्ले से चाइनीस मांझे की बिक्री भी जोरों पर है.
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वहीं पक्षी प्रेमियों ने लोगों से सुबह और शाम को पतंग नहीं उड़ाने की अपील की है. जिला मजिस्ट्रेट ने भी इसके लिए मनाही कर दी है. इससे आसमान में उड़ते पक्षियों की जान पर खतरा टल सकेगा. पक्षी प्रेमियों ने बताया कि यह वक्त पक्षियों के आने और जाने का होता है ऐसे में पतंगों के मांझे में फंसकर घायल होने से पक्षी बच सकेंगे. वहीं अब 'वो काटा वो मारा' की छतों पर आवाज गूंजनी शुरू हो जाएगी.