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बूंदी: कात्यायनी वशिष्ट ने 96 प्रतिशत अंक लाकर विज्ञान वर्ग में किया टॉप - राजस्थान बोर्ड साइंस रिजल्ट

राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने बुधवार को विज्ञान वर्ग का परिणाम घोषित कर दिया. बूंदी जिले में कात्यायनी वशिष्ठ ने विज्ञान वर्ग में टॉप किया. कात्यायनी वशिष्ठ ने 96 प्रतिशत अंक हासिल किए हैं.

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कात्यायनी वशिष्ट ने जिले में विज्ञान वर्ग में किया टॉप

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Published : Jul 8, 2020, 11:03 PM IST

बूंदी. राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने विज्ञान वर्ग का परिणाम घोषित कर दिया है. बूंदी जिले में भी इस बार लड़कियों ने बाजी मारी. जिले में कात्यायनी वशिष्ठ ने विज्ञान वर्ग में टॉप किया. कात्यायनी वशिष्ठ ने 96 प्रतिशत अंक हासिल किए हैं. इसी तरह टिशा पंजाबी की 95.20 प्रतिशत तो हिंडोली निवासी हिमांशु गौतम ने 94.7 प्रतिशत अंक हासिल किए हैं. वहीं जिले का रिजल्ट 90 प्रतिशत से अधिक रहा है रिजल्ट आने के बाद छात्रों के चेहरे पर खुशी नजर आई.

12वीं विज्ञान वर्ग का बुधवार को रिजल्ट घोषित हुआ

जिले में टॉपर रही कात्यायनी वशिष्ठ ने ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए कहा कि लॉकडाउन के दौरान एक समय तो ऐसा लग रहा था कि परीक्षाएं होंगी ही नहीं. हमारी मेहनत बेकार हो जाएगी लेकिन हमें विश्वास था कि हमारी परीक्षाएं जरूर होगी. जब परीक्षा की तारीख डिसाइड हुई तो हमने कोरोना संक्रमण से बचने के उपायों के साथ-साथ अपनी परीक्षा की तैयारी की और परीक्षा देने के लिए पहुंचे.

पढ़ें:12वीं के विज्ञान वर्ग का परीक्षा परिणाम घोषित, 91.96 फीसदी रहा परिणाम, बेटियों ने मारी बाजी

परीक्षा से पहले हम दिन रात एग्जाम की तैयारी करते थे. कोचिंग और स्कूल बंद थी तो ऑनलाइन शिक्षकों से डाउट क्लीअर करते थे और मार्गदर्शन हासिल कर पढ़ाई करते थे. कात्यायनी ने कहा कि उन्होंने लॉकडाउन को चुनौती के रूप में लिया. जिसका रिजल्ट आज सबसे सामने है. वहीं टीशा पंजाबी ने भी जिले में दूसरा स्थान हासिल करने के बाद खुशी जाहिर करते हुए अपने माता-पिता और अध्यापकों का शुक्रिया अदा किया. टिशा ने छात्रों को निरंतर कार्य करते रहने की प्रेरणा दी.

पिछले साल की बात करें तो विज्ञान वर्ग में लड़कियों ने ही बाजी मारी थी. इस साल भी ज्यादातर टॉपर्स में लड़कियां ही रही. कोचिंग संस्थान और स्कूल बंद होने के कारण निजी स्कूल संचालक रिजल्ट की खुशियां नहीं मना पा रहे हैं. ऐसे में माता-पिता ने अपने पुत्र-पुत्री के अच्छे नंबर आने पर घरों में ही खुशियां मनाई और एक दूसरे का मीठा मुंह करवाकर उनका उत्साहवर्धन किया.

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