बूंदी. हाल ही में हुए जिला प्रमुख के चुनाव में दोनों ही पार्टियों ने एक दूसरे पर खरीद-फरोख्त के आरोप लगाए थे, लेकिन जिला परिषद चुनाव में अधिक सदस्य जीत कर आने के बाद भी बूंदी में बीजेपी का बोर्ड नहीं बन पाया था. बीजेपी में क्रॉस वोटिंग होने के चलते और पार्टी से बगावत करने के कारण कांग्रेस का जिला प्रमुख यहां बना है.
जिसके बाद प्रदेश नेतृत्व ने बीजेपी से बगावत करने वाले 4 सदस्यों को 6 साल के लिए पार्टी से निलंबित कर दिया था, जिसमें जिला प्रमुख चंद्रावती कंवर, जिला परिषद सदस्य शक्ति सिंह, पूर्व जिला अध्यक्ष महिपत सिंह हाड़ा और हिंडोली विधानसभा से बीजेपी के प्रत्याशी रहे ओमेंद्र सिंह को यहां पार्टी ने प्राथमिक सदस्य से निलंबित कर दिया था. जिसके बाद हिंडोली नेनवा में कई बीजेपी कार्यकर्ता इसका विरोध कर रहे हैं, लेकिन पार्टी ने इन चारों को बीजेपी के खिलाफ साजिश रचने और कांग्रेस का बोर्ड बनाने में जिम्मेदार माना है.
वहीं इस मामले में अब राष्ट्रीय करणी सेना भी कूद गई है. राष्ट्रीय करणी सेना के संभागीय अध्यक्ष बुंदेल सिंह ने बीजेपी पर तंज कसते हुए कहा है कि राजस्थान में पहले आनंदपाल का एनकाउंटर बीजेपी ने करवाया था, जिसका खामियाजा वह विधानसभा चुनाव व अन्य चुनाव में देख चुकी है, लेकिन फिर बीजेपी ने बूंदी में तीन राजपूत नेताओं को बिना सोचे समझे एक नेता के कहने पर पार्टी से निलंबित किया है, वह गलत है. यदि जल्द इनका निलंबन वापस नहीं लिया तो आने वाले नगर परिषद के चुनाव में इसका खामियाजा उठाना पड़ेगा.